Somvati Amavasya 2024: धार्मिक नगरी काशी में सोमवती अमावस्या का विशेष महत्व है। इस दिन श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगाने के लिए गंगा में स्नान कर रहे हैं। सोमवती अमावस्या पर आज गंगा में स्नान करने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी है और कड़ाके की ठंड के बावजूद श्रद्धालु गंगा में आस्था की डुबकी लगाकर पुण्य और मोक्ष की कामना कर रहे हैं। यहां दूर-दूर से भी श्रद्धालु गंगा में स्नान करने आए हैं।
Somvati Amavasya 2024 : सोमवती अमावस्या का विशेष महत्व
सोमवती अमावस्या का संबंध सोमवार से होने के कारण इसे “सोमवती अमावस्या” भी कहा जाता है। इस दिन श्रद्धालु स्नान, ध्यान और पूजा-पाठ में लीन रहते हैं। विशेषकर श्री काशी विश्वनाथ (शिव) की पूजा और आराधना के लिए यह समय बहुत ही शुभ माना जाता है। इसके अलावा पितरों की आत्मा की शांति के लिए श्राद्ध, तर्पण और पिंडदान का भी महत्व है। इन धार्मिक कार्यों से परिजनों को पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
Somvati Amavasya 2024 : दुनियाभर से आते हैं श्रद्धालु
धार्मिक मान्यता है कि इस दिन शिव-गौरी की पूजा और व्रत करने से अखंड सौभाग्य की प्राप्ति होती है। पंडित रामप्रकाश पांडेय ने बताया कि अमावस्या और पूर्णिमा को स्नान का बहुत महत्व माना जाता है। इस दिन स्नान करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है। इस दिन स्नान का सौभाग्य बहुत कम लोगों को प्राप्त होता है।
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उन्होंने बताया कि इस दिन जब हम कोई भी धार्मिक कार्य करते हैं तो हमें बड़ा पुण्य मिलता है। इस दिन दुनियाभर से श्रद्धालु आ रहे हैं। सभी अपनी क्षमता के अनुसार पूजा-अर्चना कर रहे हैं। आज का दिन भगवान शिव का भी दिन माना जाता है। कई लोग इस दिन मां काली की पूजा भी करते हैं।