लखनऊः समाजवादी चिंतक व उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री भगवती सिंह (89) का रविवार सुबह निधन हो गया। बक्शी का तालाब स्थित चंद्रभानु गुप्त कृषि एवं प्रौद्योगिकी महाविद्यालय में ही उनका निधन हुआ। उन्होंने अपने शरीर का अंगदान मेडिकल कॉलेज को किया था। उनका पार्थिव शरीर रिवर बैंक कॉलोनी स्थित आवास पर पहुंच चुका है। जहां दोपहर तक अंतिम दर्शन किये जाएंगे। इसके उपरांत उनके शरीर को केजीएमयू को सौंपने की प्रकिया होगी।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने समाजवादी पार्टी के संस्थापक सदस्य, पूर्व सांसद एवं पूर्व मंत्री भगवती सिंह के निधन पर दुख व्यक्त किया है। उन्होंने अपने ट्वीट कर लिखा कि शोकाकुल परिजनों के प्रति संवेदना! ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति एवं शोक संतप्त परिजनों को इस दुख की घड़ी में संबल प्रदान करे।
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भगवती सिंह प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के बेहद करीबी माने जाते थे। उन्होंने मजदूरों और किसानों को हक दिलाने की लिए अनेकों बार आंदोलन किया। उन्होंने डॉ. राम मनोहर लोहिया और राजनारायण जैसी शख्सियतों के साथ बैठकर राजनीति सीखी थी। वर्ष 1977 में पहली बार महोना से विधायक बनने पर आवास विकास मंत्री बने थे। 1985 में विधायक,1990 में कैबिनेट में खेलकूद युवा कल्याण मंत्री, 1990 में सदस्य विधान परिषद,1993 में वन मंत्री,1998 में पुनः सदस्य विधान परिषद, 2003 में बाह्य सहायतित परियोजना मंत्री तथा नेता सदन बने। वर्ष 2004 में राज्यसभा सदस्य बनाये गए। वरिष्ठ समाजवादी नेता भगवती सिंह ने ही पौराणिक तीर्थ स्थल चंद्रिका देवी मंदिर का विकास कराया गया था। उनके द्वारा ही बख्शी का तालाब तहसील की स्थापना कराई गई। उच्च शिक्षा के क्षेत्र में उन्होंने चंद्र भानु गुप्ता कृषि महाविद्यालय की स्थापना भी की।