लखनऊः उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले में लोधा थानाक्षेत्र अंतर्गत गांव करसुआ में शराब पीने के बाद डेढ़ दर्जन लोगों की तबीयत बिगड़ गई। शुक्रवार सुबह तक इनमें छह लोगों की मौत हो गई। घटना को लेकर मृतकों के परिजनों व ग्रामीणों ने जमकर हंगामा किया। इस बीच जिलाधिकारी स्तर से प्रकरण में स्थानीय शराब ठेका को सील कर जांच के आदेश दिए हैं। वहीं इस मामले पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नाराजगी जताते हुए गृह तथा आबकारी विभाग के शीर्ष अधिकारियों को अपने सरकारी आवास पर तलब किया है।
मिली जानकारी के अनुसार लोधा थानाक्षेत्र में करसुआ गांव में शुक्रवार को अचानक उस वक्त ग्रामीणों ने हंगामा शुरु कर दिया जब शराब पीने से डेढ़ दर्जन लोगों की तबीयत बिगड़ गई। तबीयत बिगड़ने पर जब तक उन्हें उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया तब तक एक-एक कर छह लोगों की मौत हो गई जबकि कई की हालत गंभीर बनी हुई है। मरने वालों में गांव करसुआ के 40 वर्षीय महेश पुत्र रमेश, 35 वर्षीय राजेश पुत्र खूबीराम, 28 वर्षीय सुनील पुत्र धर्मा और 34 वर्षीय अवनीश पुत्र अशोक निवासी कुटिया जनपद प्रतापगढ़, 50 वर्षीय लल्लन प्रसाद पुत्र कामेश्वर निवासी दामोंन समस्तीपुर (बिहार) और 45 वर्षीय महेश पुत्र रघुवीर निवासी राम नगला जनपद मथुरा शामिल हैं। मामले की सूचना मिलते ही जिला व पुलिस प्रशासन में हड़कम्प मच गया और स्थानीय पुलिस बल के साथ गांव में प्रशासनिक अफसर पहुंच गए। प्रकरण की गंभीरता को देख जिलाधिकारी चन्द्रभूषण सिंह, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कलानिधि नैथानी के अलावा एसपी सिटी, एसपी देहात सहित भारी संख्या में पुलिस फोर्स घटनास्थल पर पहुंच गया और ग्रामीणों से पूरे मामले की जानकारी की।
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जिलाधिकारी के मुताबिक प्रकरण में जहरीली शराब सहित अन्य बिन्दुओं पर जांच की जा रही है। जांच व मृतकों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद घटना का स्पष्ट कारण पता होने पर आगे की वैधानिक कार्यवाही की जाएगी। फिलहाल शराब ठेका को सील कर जांच के आदेश दिए गए हैं। ग्रामीणों ने बताया कि सभी ने गुरुवार को गांव के बाहर ठेके से शराब खरीदी थी और देर शाम इन सभी ने शराब का सेवन किया। शराब पीने के कुछ देर बाद इनकी हालत बिगड़ने लगी। परिजन इनको इलाज के लिए अस्पताल लेकर गए। जहां डाक्टर ने मृत घोषित कर दिया।