खरगोन: मध्य प्रदेश के खरगोन जिला मुख्यालय पर रामनवमी पर हुई सांप्रदायिक हिंसा के बाद अब हालात सामान्य होने लगे हैं। हालांकि, शहर के संवेदनशील इलाकों में भारी पुलिस बल तैनात है और वरिष्ठ अधिकारी लगातार मॉनिटरिंग कर रहे हैं। यहां हिसा के बाद लगाए गए कर्फ्यू में रविवार को सुबह चार घंटे की ढील दी गई। इस दौरान दुकानें खुली और लोगों ने जरूरी सामान की खरीदारी भी की। हालांकि, इस दौरान वाहनों की इजाजत नहीं दी गई थी। इसके बावजूद लोग बाइक-स्कूटर लेकर बाजार पहुंचे। लम्बे समय बाद शहर में चहल-पहल देखने को मिली। हालांकि, अभी धर्मस्थलों को खोलने की इजाजत नहीं दी गई। रविवार को भी धर्मस्थल बंद रहे।
उल्लेखनीय है कि खरगोन शहर में 10 अप्रैल को रामनवमी की शोभायात्रा पर पथराव के बाद फैली सांप्रदायिक हिंसा के चलते कर्फ्यू लगाया गया था। इसके बाद यहां 14 अप्रैल को सुबह सिर्फ महिलाओं को सुबह 10 से दोपहर 12 और दोपहर 3 बजे से शाम 5 बजे तक बिना वाहन के छूट दी गई थी। दूसरे दिन 15 अप्रैल को सुबह 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक महिला और पुरुष दोनों को बिना वाहन के घरों से निकलने की छूट मिली थी। शनिवार को तीसरे दिन भी सुबह-शाम 2-2 घंटे की फिर छूट रही, लेकिन रविवार को छूट का दायरा बढ़ा दिया गया।
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पहली बार एक चार घंटे की छूट दी गई। यह छूट महिला-पुरुष दोनों के लिए थी। सुबह 8 से 12 बजे तक दी गई छूट के चलते बाजार में सामान्य दिनों की तरह चहल-पहल दिखाई दी। हालांकि इस दौरान सब्जी, किराना, आटा चक्की, मेडिकल, इलेक्ट्रॉनिक्स, दूध डेयरी आदि जरूरी सामग्री की दुकानें खोलने की अनुमति दी गई। वहीं प्रशासन द्वारा छूट के दौरान वाहनों के उपयोग को प्रतिबंधित किया गया, इसके बावजूद अधिकांश लोग वाहनों पर ही नजर आए। उधर छूट के दौरान पुलिस व प्रशासन की टीम लगातार शहर में भ्रमण कर स्थिति पर नजर रखते दिखाई दी। छूट के दौरान सैलून, इलेक्ट्रॉनिक, खाद बीज, हार्डवेयर और बर्तन के साथ-साथ सब्जी, फल, दूध, किराना सामान, मेडिकल, इलेक्ट्रिक रिपेयरिंग, मिठाई और नमकीन की दुकानें भी खुली रही।
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