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सिक्किम में बादल फटने से आई तबाही में मरने वालों का आंकड़ा बढ़ा, 23 जवानों सहित 102 लोग लापता

Sikkim-Flood Sikkim Flood: उत्तरी सिक्किम में दक्षिण ल्होनाक झील के फटने के बाद तीस्ता नदी में अचानक बाढ़ ने जमकर तबाही मचाई। तीस्ता नदी में अचानक बाढ़ का असर सिक्किम से लेकर उत्तरी बंगाल में देखने को मिला। इस प्राकृतिक आपदा के कारण सिक्किम के तीन जिलों में अब तक 14 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि सेना के 23 जवानों सहित 102 लोग लापता हैं। हालांकि, लापता 23 में एक जवान को बचा लिया गया है। वहीं, अभी भी सर्च ऑपरेशन जारी है। बाढ़ की वजह से नेशनल हाईवे 10 भी बह गया। तीस्ता नदी का जलस्तर 15 से 20 फीट बढ़ गया है। फिलहाल, एनडीआरएफ की टीम तैनात है।

14 लोगों के मरने की हुई पुष्टि

सिक्किम सरकार के भू-राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से देर रात जारी रिपोर्ट के मुताबिक, तीस्ता नदी के कारण सिक्किम के तीन जिलों में कुल 14 लोगों की मौत हो गयी। इनमें से गंगटोक जिले में 3, मंगन जिले में 4 और पाकिम जिले में 7 लोगों की मौत हो गई। नामची जिले में किसी की मौत नहीं हुई लेकिन 5 लोग लापता बताए जा रहे हैं। इसी तरह गंगटोक में 22 लोग, मंगन में 16 लोग और पाकिम में 59 लोग तीस्ता में बह गए। घायलों की संख्या 26 बताई जा रही है, जिसमें गंगटोक के 5 और पाकिम के 21 लोग शामिल हैं। ये भी पढ़ें..वित्त ने किया बेहतर प्रशासन पर ध्यान केंद्रित करने का आह्वान, कॉरपोरेट संचालन…

14 पुल ढहे, 2011 लोग बचाए गए

तीस्ता नदी में आई बाढ़ से कुल 14 पुल पूरी तरह से नष्ट हो गए, जिनमें गंगटोक में एक, मंगन में 8 और नामची में दो पुल शामिल हैं। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि उपरोक्त चार जिलों के विभिन्न स्थानों पर फंसे कुल 2011 लोगों को सुरक्षित बचाया गया। Sikkim-Flood इस आपदा से 22 हजार से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं। प्रभावित परिवारों के लिए चार जिलों में 22 राहत शिविर स्थापित किये गये हैं। पिछले मंगलवार-बुधवार की रात उत्तरी सिक्किम के दक्षिण ल्होनक झील क्षेत्र में बादल फटने से झील फट गई। झील के पानी के कारण तीस्ता नदी का जलस्तर बढ़ने के बाद पूर्वी और दक्षिणी सिक्किम समेत उत्तरी सिक्किम से लेकर उत्तरी बंगाल तक भारी नुकसान हुआ है। (अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)