Sikkim Cloud Burst- कोलकाताः उत्तरी सिक्किम में ल्होनक झील पर बादल फटने से भारी तबाही हुई है। बादल फटने से लाचेन घाटी में तीस्ता नदी का जलस्तर अचानक बढ़ गया है। इस बाढ़ में सेना के 23 जवान लापता हो गए। फिलहाल सर्च ऑपरेशन जारी है। वहीं सिक्किम में बादल फटने से आए सैलाब के बाद अब उत्तर बंगाल में भी हालात बिगड़ने लगे हैं। यहां भारी बारिश के कारण जलपाईगुड़ी के कई इलाकों में तीस्ता नदी का पानी घुस गया है, जिसके बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अधिकारियों को मौके पर पहुंचने और लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है।
भारी बारिश से नेशनल हाईवे बहा
भारी बारिश के कारण नेशनल हाईवे 10 का एक हिस्सा तीस्ता नदी में बहता गया, जो सिक्किम और बंगाल और शेष भारत के बीच मुख्य लिंक है। पहाड़ी सड़क के ठीक नीचे जहां मिट्टी की परत है, वहां तीस्ता का पानी भी बह रहा है। स्थानीय लोगों को डर है कि पूरा राष्ट्रीय राजमार्ग कभी भी तीस्ता में समा सकता है। बड़ी मात्रा में पानी धीरे-धीरे उत्तर बंगाल की ओर आ रहा है। कई लोगों को डर है कि जलपाईगुड़ी जिले समेत पूरे उत्तर बंगाल में बाढ़ की स्थिति नियंत्रण से बाहर हो जाएगी।
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सीएम ममता दिए सख्त निर्देश
इस को लेखते हुए मुख्यमंत्री ममता ने हालात पर चिंता जताई है। घटना की खबर मिलने के बाद उन्होंने अपने एक्स हैंडल (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा कि वह स्थिति को लेकर चिंतित हैं। ममता ने मुख्य सचिव को आपदा मोचन बल के साथ समन्वय बनाए रखने का निर्देश दिया। ताकि राज्य बचाव कार्य में पूरी मदद कर सके। तीस्ता का उद्गम उत्तरी बंगाल में सिक्किम से होता है। वहां स्थिति नियंत्रण से बाहर न हो इसके लिए मुख्यमंत्री ने तैयारी करने का भी आदेश दिया। नवान्न की ओर से कलिम्पोंग, दार्जिलिंग और जलपाईगुड़ी के निचले इलाकों से लोगों को निकालने के लिए आवश्यक निर्देश जारी किए गए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि घटना की खबर मिलने के बाद राज्य के वरिष्ठ मंत्री और वरिष्ठ आईएएस अधिकारी उत्तर बंगाल के लिए रवाना हो गये हैं।
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