इंदौर: भाभी की मौत के बाद एफआईआर लिखने के लिए पीड़ित को कागज लाने भेजने वाले भंवरकुआं थाने के सब इंस्पेक्टर को एसपी महेशचंद जैन ने शनिवार को निलंबित कर दिया। एसपी ने पुलिसकर्मी सुरेशचंद्र अवस्थी द्वारा काम में लापरवाही बरतने और पुलिस की छवि के विपरीत काम करने का कृत्य सही पाए जाने पर कार्रवाई करते हुए उसे लाइन भेज दिया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार भंवरकुआं थाना क्षेत्र में गुरुवार शाम सड़क हादसे में 16 साल के बेटे के साथ पैदल जा रही 50 साल की महिला कालीबाई को ट्रक ने टक्कर मार दी थी। मौके पर उसकी मौत हो गई। अगले दिन पोस्टमॉर्टम करवाने पहुंचे परिजन जगदीश आर्ने ने बताया कि मैं पीपल्याहाना कांकड़ में रहता हूं। कल शाम करीब साढे़ 5.30 बजे मेरी भाभी खरगोन से इंदौर आई थी, उनके साथ बेटा भी था। वे रोड क्रॉस कर रही थी, तभी अंधाधुंध गति से आए एक ट्रक ने टक्कर मार दी, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। मेरे भतीजे ने फोन पर बताया कि काका तीन इमली चौराहे पर मां की मौत हो गई है।
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मैं तत्काल वहां पहुंचा। मैंने देखा कि शव वहीं पड़ा है। फिर मैंने सौ नंबर और 108 नंबर डायल किया। कोई नहीं आया। फिर मैंने लोडिंग में ही भाभी का शव रखवाया और जिला अस्पताल पहुंचाया। करीब एक से डेढ़ घंटे तक शव वहीं पड़ा रहा। फिर हम रात 8- 8.30 बजे थाने पहुंचे। वहां पुलिस के दो स्टार थानेदार साहब थे। उन्होंने कहा कि हमने रिपोर्ट तो लिख ली है, लेकिन वो कम्प्यूटर पर ही है। उसका प्रिंट नहीं निकलेगा, क्योंकि थाने पर सफेद कोरे कागज नहीं है। मैंने पूछा कहां मिलेंगे। वो बोले कि थाने के सामने चले जाओ, दो-तीन दुकानों पर खोज लो। मैं खोजने लगा तो लॉकडाउन के कारण रात 9 बजे दुकानें ही बंद हो गई थीं। मैं एक-डेढ़ किलोमीटर आगे तक गया। तब कहीं जाकर मुझे टॉवर चौराहे के आगे एक दुकान खुली दिखी। मैं वहां पहुंचा। वहां से 25 रुपए के कोरे कागज खरीदे। फिर थाने पहुंचकर सौंपे। तब कहीं जाकर मेरी एफआईआर दर्ज हुई है।