Ghaziabad Accident: यूपी के गाजियाबाद में मुरादनगर के श्मशान घाट में एक बार फिर बड़ा हादसा हुआ है। श्मशान घाट में रविवार को निर्माणाधीन पानी की टंकी पर लगी शटरिंग अचानक गिर गई। मलबे में छह से ज्यादा मजदूरों के दबे होने की आशंका है। करीब कई लोगों को बचाकर अस्पताल ले जाया गया है।
हालांकि, आशंका है कि अभी भी कई मजदूर मलबे में दबे हुए हैं। मुरादनगर थाना प्रभारी शैलेंद्र सिंह तोमर खुद मौके पर पहुंचे और बचाव अभियान का नेतृत्व कर रहे हैं। पुलिस हादसे के कारणों की जांच कर रही है। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, निर्माणाधीन टैंक पर काम चल रहा था, तभी अचानक शटरिंग गिर गई।
Ghaziabad Accident: श्मशान घाट में पर दूसरी बार हुआ हादसा
बता दें कि मुरादनगर के श्मशान घाट में ऐसा हादसा दूसरी बार हुआ है। इससे पहले भी यहां लिंटर स्ट्रक्चर गिरने से करीब 24 लोगों की जान चली गई थी। आज की दुर्घटना से साफ पता चलता है कि प्रशासन ने पिछली दुर्घटना से कोई सबक नहीं लिया है। मसूरी के सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) सिद्धार्थ गौतम ने बताया कि डायल 112 के जरिए सूचना मिली थी कि थाना मुरादनगर क्षेत्र स्थित गांव उखलारसी के श्मशान घाट के अंदर निर्माणाधीन पानी की टंकी की शटरिंग अचानक गिर गई। मलबे के नीचे कुछ लोग दबे हुए हैं।
कई लोगों के आई गंभीर चोटें
उन्होंने बताया कि सूचना पर मुरादनगर थाना पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और स्थानीय लोगों की मदद से बचाव अभियान शुरू किया। वहां काम कर रहे कुल 14 मजदूरों में से कई घायलों को बाहर निकालकर सीएचसी अस्पताल भेजा गया, जहां से डॉक्टरों ने उन्हें संजय नगर अस्पताल रेफर कर दिया।
डॉक्टरों का कहना है कि एक व्यक्ति के सिर में गंभीर चोट है और उसकी हालत नाजुक है। अन्य सभी घायल खतरे से बाहर हैं। मौके पर जानकारी मिली है कि यह निर्माणाधीन टंकी जल जीवन मिशन के तहत बनाई जा रही थी। निर्माणाधीन पानी की टंकी के बारे में और जानकारी जुटाई जा रही है। आगे की आवश्यक वैधानिक कार्रवाई की जा रही है।
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वहीं पार्षद शिवा चौधरी का कहना है कि प्रशासन को इस दुर्घटना की जिम्मेदारी लेनी चाहिए। साथ ही भविष्य में ऐसी दुर्घटनाएं न हों, इसके लिए ठोस कदम उठाने चाहिए। वहीं, राष्ट्रीय व्यापारी सुरक्षा संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित त्यागी ने कहा कि यह घटना बेहद दुखद और निंदनीय है।