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खून बहा रहे वर्कर, लीडर कर रहे सेटिंग, विपक्षी बैठक पर शुभेंदु अधिकारी का तंज, बताया TMC का मतलब

bjp-attack-tmc-congress कोलकाताः पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने शनिवार को पटना में विपक्षी महागठबंधन की बैठक (opposition meeting) को लेकर सीपीआई (एम) और कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व पर कटाक्ष करते हुए पूछा कि क्या वे अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं को मूर्ख नहीं बना रहे हैं? शुक्रवार को पटना में हुई बैठक में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, कांग्रेस नेता राहुल गांधी और सीपीआई (एम) महासचिव सीताराम येचुरी शामिल हुए।

शुभेंदु अधिकारी ने बताया TMC का मतलब

विपक्ष (opposition meeting) के भाजपा नेता ने ट्विटर पर सवाल उठाया कि क्या कांग्रेस और सीपीआई (एम) नेतृत्व अपने जमीनी स्तर के कार्यकर्ताओं को बेवकूफ नहीं बना रहा है, जो पश्चिम बंगाल में जमीनी स्तर पर सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के हमलों का सामना कर रहे हैं। अधिकारी ने पूछा, बेचारे कांग्रेस और सीपीआई (एम) कार्यकर्ता जमीन पर अपना खून-पसीना बहा रहे हैं, जबकि उनके शीर्ष नेता पटना में डेरा डाले हुए हैं। उन्हें कौन बेवकूफ बना रहा है, उनके राज्य के नेता या उनका आलाकमान? सुवेंदु अधिकारी ने आगे कहा कि टीएमसी, कम्युनिस्ट और कांग्रेस को एक ही कहा गया है। अधिकारी ने ट्वीट कर कहा, टीएमसी=तृणमूल+मार्क्सवादी+ कांग्रेस। ये भी पढ़ें..PM मोदी से मिलने के बाद Amazon का बड़ा ऐलान, भारत में 15 अरब डॉलर का निवेश करेगी कंपनी

भाजपा ने कांग्रेस-माकपा की दोस्ती पर उठाए सवाल

यह सवाल करते हुए कि क्या सीपीआई (एम) और कांग्रेस पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस के खिलाफ दोस्ताना मैच खेल रहे हैं, अधिकारी ने यह भी दावा किया कि इससे साबित होता है कि भाजपा एकमात्र ऐसी पार्टी है जो राज्य में तृणमूल कांग्रेस का विरोध करने में ईमानदार है। उन्होंने कहा, इससे साबित हो गया कि पश्चिम बंगाल में भाजपा ही एकमात्र पार्टी है जो पूरी ताकत से भ्रष्ट तृणमूल से लड़ रही है। उन्होंने ऐसी स्थिति में कांग्रेस और सीपीआई (एम) के बीच दोस्ती पर भी सवाल उठाया जब दोनों पार्टियां पश्चिम बंगाल में प्रतिद्वंद्वी हैं। राजनीतिक पर्यवेक्षकों का भी मानना ​​है कि पटना की बैठक में चाहे कुछ भी कहा-सुना गया हो, लेकिन पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस, सीपीआई (एम) और कांग्रेस का एक मंच पर आना लगभग असंभव है। राजनीतिक पर्यवेक्षकों ने बताया कि चाहे वह ममता बनर्जी हों या पश्चिम बंगाल में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी, दोनों ने 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस के बीच आपसी समर्थन से इनकार किया है, कम से कम पश्चिम के नजरिए से बंगाल। (अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)