भोपाल: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री का चेहरा बदलने की अटकलों के बीच मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का बड़ा बयान सामने आया है। जिसमें वह जनता से पूछ रहे हैं कि उन्हें चुनाव लड़ना चाहिए या नहीं। उनके इस बयान से राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई है। इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने भी निशाना साधा है।
कमलनाथ ने बुधवार को सोशल मीडिया के जरिए तंज कसते हुए कहा, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री की विडंबना देखिए कि अब वे खुद मंचों से अपने जाने की बात करने लगे हैं। बीजेपी की राजनीति का यह अजीब दौर है, जब वह खुद अपना विदाई समारोह आयोजित कर रहे हैं, वह खुद अपना विदाई भाषण पढ़ रहे हैं, लेकिन एक विशेष विरोधाभास ये है कि विदाई की इस बेला में जनता की आँख में आँसू नहीं हैं बल्कि भाजपा सरकार के जाने की और कांग्रेस सरकार के आने की ख़ुशी में जनता के चेहरों पर मुस्कान है। मुस्कुराहट की गारंटी है कांग्रेस।
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दरअसल, मंगलवार को अपने विधानसभा क्षेत्र बुधनी में एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराज जनता से पूछ रहे हैं कि उन्हें चुनाव लड़ना चाहिए या नहीं? अगर लड़ना ही है तो बुधनी से ही लड़ना चाहिए या नहीं? ये सवाल शिवराज सिंह ने ऐसे वक्त में जनता से पूछा है। जब अटकलें लगाई जा रही हैं कि वह बुधनी विधानसभा क्षेत्र से चुनाव नहीं लड़ेंगे। शिवराज के इतना कहते ही लोगों ने मामा-मामा के नारे लगाने शुरू कर दिए। जनता से सवाल पूछते वक्त सीएम भावुक होते दिखे। हालांकि, उनका बयान सामने आने के बाद एक नई बहस शुरू हो गई है।
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