भोपालः आखिरकार सभी अटकलों पर विराम लगाते हुए शिवराज मंत्रिमंडल का विस्तार हो गया है। रविवार दोपहर साढ़े बारह बजे सिंधिया खेमे के दो विधायकों तुलसीराम सिलावट और गोविंद सिंह राजपूत को राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। शपथ ग्रहण समारोह में सीएम शिवराज सिंह चौहान भी मौजूद रहे। शपथ ग्रहण समारोह में गोविंद सिंह राजपूत और तुलसीराम सिलावट के परिजन भी राजभवन पहुंचे। हालांकि अभी शिवराज कैबिनेट में 4 पद खाली हैं, जिससे साफ है कि आगे भी कैबिनेट विस्तार होगा।
गौरतलब है कि कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आने के बाद गोविंद सिंह राजपूत और तुलसीराम सिलावट शिवराज मंत्रिमंडल में शामिल थे, लेकिन 6 महीने के अंदर विधानसभा का सदस्य नहीं बन पाने की वजह से उन्हें मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था। दोनों विधायक उपचुनाव जीतकर फिर से विधायक बन चुके हैं। ऐसे में सीएम पर दोनों को फिर से मंत्रिमंडल में शामिल करने का दवाब था। अब आलाकमान से निर्देश मिलने के बाद सीएम दोनों को फिर से मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है।
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दरअसल, सिंधिया के साथ कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में आए एक दर्जन से ज्यादा नेताओं को शिवराज सरकार की कैबिनेट में मंत्री बनाया गया था, जिनमें से दो मंत्री तुलसीराम सिलावट और गोविंद सिंह राजपूत ने छह महीने का कार्यकाल पूरा होने के चलते उपचुनाव से पहले इस्तीफा दे दिया था। इसके अलावा उपचुनाव में तीन मंत्रियों की हार हुई थी, जिसके चलते महिला एवं बाल विकास मंत्री रहीं इमरती देवी, कृषि राज्यमंत्री रहे गिर्राज डंडोतिया और एंदल सिंह कंसाना को इस्तीफा देना पड़ा था। इन तीनों मंत्रियों का इस्तीफा स्वीकार भी कर लिया गया है।