मुंबई: दादर स्थित शिवाजी पार्क मैदान में इस वर्ष शिवसेना के ठाकरे गुट की दशहरा सभा (Shivaji Park Dussehra sabha) होना लगभग तय हो गया है। इस मैदान के लिए शिंदे समूह की ओर से मुंबई नगर निगम में दिया गया आवेदन शिंदे गुट के विधायक सदा सरवणकर ने वापस ले लिया गया है। इससे दशहरा सभा के लिए शिवसेना के दोनों गुटों में शिवाजी पार्क मैदान के लिए होने वाला टकराव फिलहाल टल गया है।
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मंगलवार को पत्रकारों को बताया कि टकराव टालने के लिए उन्होंने शिवाजी पार्क में दशहरा सभा के लिए दिया गया आवेदन वापस लेने का निर्णय लिया था, जिसे सदा सरवणकर ने वापस ले लिया है। अब हम आजाद मैदान अथवा क्रास मैदान में दशहरा सभा करेंगे। मुख्यमंत्री ने बताया कि पिछले साल हमने मुंबई के बीकेसी में दशहरा सभा की थी, लेकिन वहां पर चल रहे विकास काम की वजह से इस साल वे आजाद मैदान अथवा क्रास मैदान में दशहरा सभा करेंगे।
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ठाकरे गुट ने किया फैसले का स्वागत
मुख्यमंत्री के इस निर्णय का ठाकरे गुट के नेता और पूर्व मंत्री अनिल परब ने स्वागत किया है। अनिल परब ने पत्रकारों को बताया कि शिंदे गुट की ओर से आवेदन देरी से दिया गया था, साथ ही शिंदे गुट के आवेदन में गलतियां थीं और आवेदन रद्द हो जाने वाला था। अब जब शिंदे गुट ने अपना आवेदन वापस ले लिया है, तो यह सही ही है।
पिछले साल हुआ था विवाद
पिछले साल शिवसेना में फूट के बाद वार्षिक दशहरा सभा (Shivaji Park Dussehra sabha) को लेकर दोनों गुटों में टकराव बढ़ गया था। यह मामला कोर्ट में गया था और कोर्ट ने उद्धव ठाकरे गुट को शिवाजी पार्क मैदान में दशहरा सभा (Shivaji Park Dussehra sabha) करने का आदेश दिया था, इसलिए पिछले साल उद्धव ठाकरे गुट की दशहरा सभा शिवाजी पार्क में और शिंदे समूह की दशहरा सभा (Shivaji Park Dussehra sabha) बीकेसी मैदान में हुई थी। इस साल शिवाजी पार्क के लिए 1 अगस्त को ठाकरे गुट ने और 7 अगस्त को शिंदे गुट ने मुंबई नगर निगम में आवेदन किया था।
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