हर हर महादेव के उद्घोष के साथ धूमधाम से निकली शिव बारात, रूद्राभिषेक की….

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झाबुआ: जिले में महाशिवरात्रि पर्व शनिवार को श्रद्धा के साथ मनाया गया। जिला मुख्यालय सहित थांदला में हर हर महादेव की अनुगूंज के साथ शिव की विकट बारात निकाली गई, जिसमें बारातियों के रूप में बड़ी संख्या में भूत प्रेतादि के मुखौटाधारी सम्मिलित हुए। महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर जिले में विभिन्न स्थानों पर शिव मंदिरों में प्रातः कालीन ब्रह्म मुहूर्त में ही पूजा अर्चना एवं रूद्राभिषेक का आयोजन आरम्भ हो गया था, जो कि अनवरत रूप से जारी है। पूजा का समापन शनिवार की रात्रि के अंतिम प्रहर में लघु रूद्राभिषेक से होगा। आज जिला मुख्यालय और विभिन्न जनपदों सहित जिले के ग्रामीण इलाकों में भी पर्व को हर्षोल्लास पूर्वक धूमधाम से मनाया गया।

जिला मुख्यालय सहित नगरीय इलाकों के प्राचीन मंदिरों में जहां प्रातः काल से ही विद्वान ब्राह्मणों द्वारा समवेत स्वर में शिव रूद्राभिषेक आरम्भ कर दिया गया था, वहीं शिव पार्वती विवाह संबंधी मांगलिक आयोजनों की भी शुरुआत हो गई, और दोपहर तक समूचा जिला शिवपूजा के ही साथ साथ समारोह की मस्ती में मस्त हो गया।

जिला मुख्यालय स्थित मनकामेश्वर महादेव मंदिर में महाशिवरात्रि पर्व पर परम्परागत रूप से पिछले करीब 50 वर्षों से आयोजित किया जाने वाला रूद्राभिषेक शनिवार को सुबह ब्रह्म वेला में विद्वान कर्मकाण्डी ब्राह्मणों द्वारा नमः शिवाय मंत्र की दिव्य ध्वनि के बीच आरम्भ कर दिया गया। रूद्राभिषेक में भाग ले रहे विद्वान आचार्य पंडित हिमांशु शुक्ल ने बताया कि उक्त रूद्राभिषेक का समापन शनिवार रात्रि के अंतिम प्रहर में लघु रूद्राभिषेक से होगा। इस शिवालय में दोपहर 2 से 4 बजे तक महिला मंडल द्वारा श्री रामचरितमानस में उल्लेखित शिव पार्वती विवाह प्रसंग का सस्वर पाठ किया गया। तत्पश्चात भगवान की महामंगल आरती उतारी गई। इसके साथ ही झाबुआ के सिद्धेश्वर महादेव मंदिर में भी सुबह से ही रूद्राभिषेक आरम्भ हो गया जो अनवरत रूप से देर रात तक जारी रहेगा।

उधर पेटलावद नगर में अहिल्याबाई होलकर द्वारा निर्मित श्री नीलकंठेश्वर महादेव मंदिर में भी अलसुबह से ही शिव आराधना ओर अभिषेक का क्रम शुरू हो गया। यहां महिलाओं ने भगवान शिव को दो दिन पूर्व समारोह पूर्वक हल्दी और मेहंदी समर्पित कर पूजा अर्चना की। यहां भी आज धूमधाम से भगवान शिव की शोभायात्रा नगर में निकली, जहां जगह जगह भगवान की पूजा की गई।

झाबुआ के निकट प्राचीन देवझिरी एवं थांदला जनपद के शिवगढ़ स्थित प्राचीन शिवालयों में भी परम्परागत रूप से आज सुबह से ही अभिषेक सहित पूजा अर्चना का क्रम शुरू हो गया। इस अवसर पर परम्परागत रूप से लगने वाला मेला भी लगा। जिले के थांदला नगर में आयोजित तीन दिवसीय शिव विवाह समारोह के आखिरी दिवस दोपहर में शिव बारात धूमधाम से निकली।

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