मुंबईः एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार का इस्तीफा शुक्रवार को पार्टी ने सर्वसम्मति से खारिज कर दिया गया है। उन्हें अध्यक्ष पद पर बने रहने की अनुरोध किया गया है। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी एनसीपी के अध्यक्ष शरद पवार ने मंगलवार को पद छोड़ने व राजनीति से संन्यास लेने की घोषणा कर सबको चैंका दिया था। इसके बाद पवार के उत्तराधिकारी का नाम तय करने के लिए गठित कमेटी ने बैठक कर सर्वसम्मति से यह फैसला लिया।
कमेटी ने बैठक में दो प्रस्तावों पर सहमति जताई। इसमें से एक इस्तीफे को खारिज करना व दूसरा उन्हें पार्टी प्रमुख के रूप में बने रहने का अनुरोध करना शमिल है। इस मामले में शरद पवार को अंतिम काॅल के लिए अवगत कराया जाएगा। आज दोपहर बाद एनसीपी के शीर्ष नेता अजीत पवार व प्रफुल्ल पटेल घटनाक्रम पर आधिकारिक बयान देंगे।
वहीं, शरद पवार के इस्तीफे की घोषणा के बाद कई कार्यकर्ताओं ने भी पार्टी छोड़ दी, वहीं एक भावुक एनसीपी कार्यकर्ता ने पार्टी कार्यालय के बाहर आत्महत्या करने की कोशिश की, लेकिन अन्य कार्यकर्ताओं व पुलिस ने उसे रोक दिया।
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‘मुझे पता है कि कब रूकना है’ –
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार ने अपनी आत्मकथा ‘लोक मझे संगाई- राजनीतिक आत्मकथा’ के विमोचन के दौरान संन्यास लेने की घोषणा की थी। 82 वर्षीय पवार ने कहा, “मुझे पता है कि कब रुकना है। 1999 में पार्टी के गठन के बाद मुझे अध्यक्ष पर रहने का मौका मिला। यह करीब 24 साल हो गए। 1 मई 1960 से शुरू हुई सार्वजनिक जीवन की यात्रा पिछले 63 सालों से जारी है। इन सालों में मैंने महाराष्ट्र और देश में अलग-अलग भूमिकाओं में सेवा की। आगे कहा कि अभी मेरा राज्यसभा का तीन साल का कार्यकाल बचा है। इस बीच मैं कोई भी पद न लेते हुए महाराष्ट्र और देश से जुड़े मद्दों पर ध्यान केंद्रित करूंगा।”
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