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शहीद भगत सिंह के नाम पर होगा सैनिक स्कूल का नाम, एडमिशन से लेकर फीस तक यहां जानें सबकुछ

kejriwal

नई दिल्ली: मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को कहा कि दिल्ली सरकार के सैनिक स्कूल का नाम स्वतंत्रता सेनानी शहीद भगत सिंह के नाम पर रखा जाएगा। एक वर्चुअल प्रेस वार्ता में, मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा कि 20 दिसंबर को कैबिनेट ने फैसला किया था कि दिल्ली में एक ऐसा स्कूल बनाएंगे, जहां पर बच्चों को फौज में भर्ती होने की ट्रेनिंग दी जा सके। उन्होंने कहा, "हमने तय किया है कि स्वतंत्रता सेनानी की पुण्यतिथि के अवसर पर स्कूल का नाम शहीद भगत सिंह आम्रर्ड फोर्सेज प्रिपरेटरी स्कूल रखा जाएगा।"

उन्होंने घोषणा की, "हम झरोदा कलां में 14 एकड़ भूमि पर 'शहीद भगत सिंह सशस्त्र बल तैयारी स्कूल' बना रहे हैं, जहां छात्रों को फौज के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा। यह मुफ्त शिक्षा प्रदान करेगा और लड़कों और लड़कियों के लिए अलग-अलग छात्रावास होंगे।"

शहर के झरोदा कलां क्षेत्र में बन रहा यह स्कूल सभी सुविधाओं से युक्त होगा। उन्होंने कहा कि छात्रों को प्रशिक्षित करने के लिए सेवानिवृत्त सेना के लोगों को नियुक्त किया जाएगा। दिल्ली में रहने वाला कोई भी छात्र इस स्कूल में कक्षा 9 और 11 में प्रवेश ले सकता है।

इस स्कूल में बच्चों को एनडीए, नेवी और एयरफोर्स में भर्ती होने की फ्री ट्रेनिंग दी जाएगी। स्कूल में 9वीं और 11वीं कक्षा में इस साल 100-100 सीटों पर दाखिले होंगे। अब तक 200 सीटों के लिए 18 हजार आवेदन आ चुके हैं। 27 मार्च को 9वीं और 28 मार्च को 11वीं कक्षा में दाखिले के लिए प्रवेश परीक्षा होगी। उन्होंने कहा कि छात्रों के लिए स्कूल पूरी तरह से फ्री होगा और रिहायशी सुविधा भी मिलेगी। सेना के सेवानिवृत्त ऑफिसर छात्रों को प्रशिक्षित करेंगे।

आगे मुख्यमंत्री ने बताया कि झरौदा कलां में 14 एकड़ में स्थापित होने वाला यह स्कूल सभी सुविधाओं से लैस होगा। केजरीवाल ने कहा कि शहीद-ए-आजम भगत सिंह का कल 23 मार्च को शहादत दिवस है। भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव को कल के दिन फांसी पर लटका दिया गया था। तीनों क्रांतिकारियों ने देश को आजाद कराने के लिए अपनी जान कुर्बान कर दी। इस मौके पर दिल्ली सरकार एक महत्वपूर्ण घोषणा कर रही है।

उन्होंने कहा कि दिल्ली कैबिनेट ने 20 दिसंबर 2021 को निर्णय कर ऐलान किया था कि दिल्ली में एक ऐसा स्कूल बनाएंगे, जहां पर बच्चों को फौज में भर्ती होने की ट्रेनिंग दी जाएगी। इससे कि वह एनडीए, नेवी, एयरफोर्स में भर्ती हो सकें।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह स्कूल पूरी तरह से फ्री होगा। इसके अलावा स्कूल में छात्रों को रिहायशी सुविधा भी मिलेगी, यानि की जितने भी बच्चे दाखिला लेंगे, वह वहीं पर हॉस्टल में रहेंगे। लड़कों और लड़कियों का अलग-अलग हॉस्टल होगा। झरौदा कलां में 14 एकड़ का कैंपस बनाया गया है। फौज में ऑफिसर लाइक क्वालिटी सिखाई जाती हैं। इसी तरह से स्कूल के अंदर ऑफिसर्स लाइक क्वालिटी सिखाई जाएंगी। एनडीए, नेवल एकेडमी और दूसरी आर्म्ड सर्विसेस के लिए बच्चों को तैयार किया जाएगा।

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अरविंद केजरीवाल ने बताया कि यहां पर ट्रेनिंग के लिए विशेषज्ञ फैकल्टी खासकर सेवानिवृत्त आर्मी ऑफिसर, एयरफोर्स ऑफिसर को रखा जाएगा। दिल्ली में रहने वाला कोई भी बच्चा इसमें दाखिला ले सकता है। पहले चरण में एप्टिट्यूड टेस्ट होगा और दूसरे चरण में इंटरव्यू लिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि यह दिल्ली वासियों का शहीद-ए-आजम भगत सिंह को शहादत दिवस पर श्रद्धांजलि देने का एक तरीका है।

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