नई दिल्ली: केंद्रीय गृह व सहकारिता मंत्री अमित शाह ने प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के केंद्र सरकार के प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि यह कृषि क्षेत्र की समृद्धि व किसानों की आय बढ़ाने हेतु प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विजन की दिशा में एक अहम कदम है।
शाह ने गुरूवार को सिलसिलेवार ट्वीट कर कहा कि आज आणंद, गुजरात में प्राकृतिक कृषि-राष्ट्रीय सम्मेलन में भाग लिया व केमिकल मुक्त प्राकृतिक कृषि के लक्ष्य प्राप्ति पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के उद्बोधन को सुना। प्राकृतिक खेती कृषि क्षेत्र की समृद्धि व किसानों की आय बढ़ाने हेतु मोदी जी के विजन की दिशा में एक अहम कदम है। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद पहली बार एक वैज्ञानिक दृष्टिकोण से कैसे कृषि उत्पादन के माध्यम से देश की (सकल घरेलू उत्पाद) जीडीपी को बढ़ाया जा सकता है ये सबसे पहले गुजरात के मुख्यमंत्री रहते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने करके दिखाया।
शाह ने आगे कहा कि सहकारिता क्षेत्र कृषि व भारत की उन्नति का मुख्य स्तंभ बन सकता था, लेकिन इतने दशकों तक किसी ने सहकारी क्षेत्र के बारे में नहीं सोचा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सहकारिता मंत्रालय की स्थापना की। इसके लिए उन्होंने मोदी का आभार जताया।
सहकारिता मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सहकारिता मंत्रालय यह प्रयास कर रहा है कि देशभर में हम इस प्रकार की लैबोरेट्री का एक जाल बुने जो भूमि का परीक्षण, भूमि में रासायनिक खाद का सर्टिफिकेशन व ऑर्गेनिक प्रोडक्ट का सर्टिफिकेशन भी करेंगी, जिससे किसानों को अच्छा भाव मिल सके।
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उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज जीरो बजट खेती के साथ किसानी के लिए सबसे आवश्यक हमारी धरती को केमिकल से मुक्त कर प्राकृतिक खेती के संकल्प को बल दिया, जो भारतीय कृषि के उन्नत भविष्य के लिए अत्यंत आवश्यक है। उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री मोदी ने आज गुजरात के आणंद में कृषि और खाद्य प्रसंस्करण पर राष्ट्रीय शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने पर जोर दिया।
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