Wednesday, January 1, 2025
spot_img
spot_img
spot_imgspot_imgspot_imgspot_img
Homeउत्तर प्रदेशSextortion: एक वीडियो काॅल बर्बाद कर सकता है आपका जीवन

Sextortion: एक वीडियो काॅल बर्बाद कर सकता है आपका जीवन

Sextortion: तकनीक का सही इस्तेमाल इंसान के लिए वरदान जैसा है लेकिन इसके गलत इस्तेमाल से किसी इंसान की जिंदगी नरक भी बन सकती है। तकनीक का इस्तेमाल करके सिर्फ एक वीडियो काॅल आपकी पूरी जिंदगी बर्बाद कर सकता है इसलिए जरूरी है कि जब भी किसी अनजाने मोबाइल नम्बर से व्हाट्सएप या कोई अन्य काॅल आए तो सावधान हो जाएं। यह काॅल ऐसे गैंग का हो सकता है, जो राजधानी लखनऊ में पिछले कई सालों से एक्टिव है।

लखनऊ साइबर क्राइम सेल को पिछले साल सेक्सटॉर्शन मामलों की कुल 43 रिपोर्ट मिली हैं, जिनमें से 15 मामले सुलझाने का दावा किया गया। अपराधी खूबसूरत लड़कियों और महिलाओं की फर्जी सोशल मीडिया प्रोफाइल को हथियार बनाकर शिकार को यौन वीडियो कॉल में फंसा लेते हैं। यह गैंग अधिकतर किशोरों और 60 वर्ष की आयु के संपन्न पुरुषों को निशाना बनाते हैं।

किसे कहा जाता है सेक्सटॉर्शन

इसको लेकर इंडिया पब्लिक खबर के संवाददाता पवन सिंह चौहान ने लखनऊ विश्वविद्यालय के कम्प्यूटर साइंस एवं इंजीनियरिंग विभाग के सहायक प्रोफेसर जीशान अली सिद्दीकी से बात की। जीशान अली ने बताया कि एक गैंग आजकल वीडियो कॉल करके न्यूड लड़कियां दिखाता है और फिर उन लड़कियों को देखते हुए आपके वीडियो को रिकाॅर्ड कर लेता है। इसी वीडियो के दम पर यह गैंग लोगों को अपने जाल में फंसा लेता है। लोगों को उनके सोशल मीडिया अकाउंट पर यह वीडियो पोस्ट करने की धमकी दी जाने लगती है और ऐसा न करने के लिए पैसों की डिमांड होती है। धमकी इस घटना को सेक्सटॉर्शन कहा जाता है।

यह भी पढ़ें-भारतीय खिलाड़ी के कंधे का केजीएमयू में हुआ सफल ऑपरेशन

इन दिनों सेक्सटॉर्शन फ्रॉड के मामले देशभर में देखने को मिल रहे हैं। राजधानी लखनऊ भी इससे अछूती नहीं रह गई है। जीशान अली का कहना है कि किसी को भी इससे डरने की जरूरत नहीं है। फौरन साइबर क्राइम में अपनी शिकायत दर्ज करवाएं, जिससे इस भारी मुसीबत से बचा जा सके।

ऐसा नहीं है कि ये लोग सिर्फ जवानों को शिकार बनाते हैं। इनके कॉल बुजुर्गों और किशोर उम्र के लड़के-लड़कियों को अपना आसान शिकार समझता है। यही वह आयु ग्रुप है, जो आसानी से डर जाता है और किसी को सूचित किए बगैर इस गैंग की मांग को पूरी करने के तरीके खोजने लगता है। बताया कि सबसे पहले तो यह गैंग बेहद आकर्षक महिलाओं की तस्वीर का इस्तेमाल करके नकली सोशल मीडिया प्रोफाइल बनाता है।

इसके बाद फेसबुक, इंस्टाग्राम, टिंडर या वैवाहिक साइटों जैसे प्लेटफार्मों में फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजता है। एक बार जब फ्रेंड रिक्वेस्ट एक्सेप्ट हो जाती है, तो उसके बाद जालसाज शिकार को वीडियो कॉल के लिए लुभाता है। आमतौर पर देखने को मिला है कि जालसाज गैंग महिला सहयोगियों को अश्लील वीडियो कॉल करने और इनबिल्ट या डाउनलोड किए गए स्क्रीन रिकॉर्डिंग एप्स का उपयोग करने के लिए प्रशिक्षित करता है। ये रिकॉर्ड की गई कामुक क्लिपें फिर जबरन वसूली का साधन बन जाती हैं, जिससे पीड़ित को मानसिक और आर्थिक आघात पहुंचाने के लिए काफी होता है।

(रिपोर्ट-पवन सिंह चौहान, लखनऊ)

(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)

सम्बंधित खबरें
- Advertisment -spot_imgspot_img

सम्बंधित खबरें