लखनऊः बरेली जेल में बंद अशरफ से हुई उसके गुर्गों के अवैध मुलाकात के मामले को डीजी जेल आनंद कुमार ने संज्ञान में लिया है। खबर है कि उन्होंने इस प्रकरण में जेलर सहित कई जेल पुलिसकर्मियों को निलंबित कर जेल अधीक्षक को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। जानकारी के मुताबिक, डीआईजी जेल की जांच रिपोर्ट के बाद डीजी जेल ने सोमवार को जेलर राजीव मिश्रा, डिप्टी जेलर दुर्गेश सिंह, कृष्ण मुरारी, हेड वार्डर बृजवीर सिंह, वार्डर मनोज गौड़ और बंदी रक्षक दानिश मेहंदी, दलपत सिंह को निलंबित कर दिया है।
जेल अधीक्षक राजीव शुक्ला को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। इस मामले में पीलीभीत जेल के सिपाही समेत दो की गिरफ्तारी भी हुई है। इस कार्रवाई से जेल प्रशासन में खलबली मच गई है। उल्लेखनीय है कि प्रयागराज के उमेश पाल हत्याकांड में माफिया अतीक अहमद और उसका भाई अशरफ मुख्य आरोपी है जो बरेली जिला जेल में बंद है।
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पुलिस ने आरोपितों की गिरफ्तारी के बाद यह खुलासा किया है कि उमेश पाल की हत्या की योजना बरेली जेल और साबरमती जेल से रची गई थी। अतीक अहमद साबरमती जेल में बंद है। जांच में सामने आया है कि शूटरों ने 10 और 11 फरवरी को बरेली जेल में अशरफ से मुलाकात की थी।
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