नई दिल्लीः कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं राज्यसभा सांसद ऑस्कर फर्नांडीस का सोमवार को मंगलुरू में 80 वर्ष की आयु में निधन हो गया। वह काफी समय से बीमार थे और अस्पताल में भर्ती थे। फर्नांडीस जुलाई 2018 में योगा करते समय चोटिल होने के बाद अस्पताल में भर्ती हुए थे। इसके बाद दिमाग में खून के जमाव को हटाने के लिए उनकी सर्जरी हुई और उसके बाद से वह आईसीयू में रहे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं राज्यसभा सांसद ऑस्कर फर्नांडिस के निधन पर शोक व्यक्त किया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को ट्वीट कर कहा कि राज्यसभा सांसद ऑस्कर फर्नांडीस के निधन से दुखी हूं। इस दुख की घड़ी में मेरी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं उनके परिवार और शुभचिंतकों के साथ हैं। उनकी आत्मा को शांति मिले।
फर्नांडीस कांग्रेस के नेतृत्व वाली संप्रग सरकार में सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री रहे। इसी दौरान उन्होंने श्रम एवं रोजगार मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार संभाला। इससे पहले पहली संप्रग (यूपीए-वन) सरकार में वह स्वतंत्र प्रभार के साथ खेल मंत्री, प्रवासी भारतीयों के मामलों के मंत्री, श्रम एवं रोजगार मंत्री, केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री रहे थे। राजीव गांधी के प्रधानमंत्री रहते हुए वह उनके संसदीय सचिव भी रहे।
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ऑस्कर फर्नांडीस कर्नाटक की उडुपी सीट से 1980 में लोकसभा में चुने गए। इसके बाद 1984, 1989, 1991 और 1996 में लोकसभा सदस्य रहे। इसके बाद 1998 में भाजपा के जयराम शेट्टी से हारने के बाद राज्यसभा में गए। उसके बाद वह राज्यसभा में ही रहे और लोकसभा का चुनाव नहीं लड़ा। ऑस्कर का जन्म 27 मार्च, 1941 को रोके फर्नांडीस और लियोनिसा फर्नांडीस के घर हुआ था। 1972 में उन्होंने उडुपी नगर परिषद के पार्षद के रूप में अपना राजनीतिक जीवन शुरू किया। उनके परिवार में पत्नी ब्लॉसम फर्नांडीस, बेटा और एक बेटी हैं। मंगलुरु विश्वविद्यालय ने उन्हें वर्ष 2010 में डॉक्टरेट की मानद उपाधि प्रदान की थी।
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