लखनऊ: उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र, प्रयागराज की ओर से उ.प्र. संगीत नाटक अकादमी में दो दिवसीय नृत्य उत्सव ‘वंदे भारतम आयोजित किया गया। इसमें देश भर से आए कलाकारों का नृत्य की चार श्रेणियों शास्त्रीय, लोक, जनजातीय और फ्यूजन में चयन हुआ। कलाकारों ने अपनी ने अपनी नृत्य प्रस्तुति भी दी। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि प्रसिद्ध लोक गायिका पद्मश्री मालिनी अवस्थी थी।
कार्यक्रम में बताया गया कि नृत्य उत्सव में राज्य स्तर पर चयनित कलाकारों को दिल्ली की गणतंत्र परेड-2023 में अपनी नृत्य प्रस्तुति देने का अवसर प्रदान किया जाएगा। मुख्य अतिथि ने लोक गायिका मालिनी अवस्थी ने कहा कि इतनी अच्छी लोकतांत्रिक व्यवस्था इस समय सरकार ने कायम की है कि लगातार दूसरे वर्ष पारदर्शिता और मेधा के आधार पर दलों और बच्चों को चयन किया जा रहा है। पहली बार ऐसा हुआ है कि सरकार कलाकारों तक गई है, इसके लिए सरकार को संस्कृति मंत्रालय का धन्यवाद देती हूं वरना अक्सर ऐसा होता ही है जो सामने होता उसे ही बुलावा आता है। दूर-दराज तक दृष्टि जा ही नहीं पाती हैं। गणतंत्र है तो गण तक तो जाए। इतना अच्छा निर्णायक मण्डल है कि पूछने की कोई बात रही नहीं जाती है। जो अच्छा होगा अच्छा ही होगा। इससे पहल केंद्र निदेशक प्रो. सुरेश शर्मा ने मुख्य अतिथि को अंगवस्त्र भेंट कर उनका स्वागत किया और इस आयोजन के बारे मे बताया।
नृत्य के निर्णायक मण्डल में प्रसिद्ध कथक नृत्यागंना पूर्णिमा पाण्डेय, ख्याति प्राप्त नृत्यागंना कुमकुम धर, राष्ट्रीय कथक संस्थान की सचिव सरिता श्रीवास्तव, प्रसिद्ध रंगकर्मी ललित सिंह पोखरिया व अभिनव सिन्हा थे।
बताया गया कि वंदे भारतम रक्षा मंत्रालय और संस्कृति मंत्रालय की एक अनूठी पहल है, जिसका आयोजन आजादी के 75 साल के उपलक्ष्य में आजादी का अमृत महोत्सव के रूप में किया जा रहा है। प्रतियोगिता का मुख्य उद्देश्य देशभर से शीर्ष नृत्य प्रतिभाओं का चयन करना है और गणतंत्र दिवस परेड- 2023 के दौरान उन्हें अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर प्रदान करना है।