रांची (Jharkhand): झारखंड विधानसभा के विशेष सत्र के दूसरे दिन मंगलवार को राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने कहा कि हेमंत बाबू ने विकास का जो खाका खींचा है, उस पर ही काम आगे बढ़ेगा। हम राज्य के आदिवासियों, दलितों और मूलवासियों के सामाजिक और आर्थिक विकास के लिए भूमिपुत्रों के लिए बनाई गई विशेष योजना को आगे बढ़ाएंगे। वे भानु प्रताप शाही के सवाल का जवाब दे रहे थे।
भानु ने सवाल किया कि पार्ट-1 में 4 साल में 6000 महिलाओं पर रेप के मामले दर्ज हुए। इनमें से 4000 आदिवासी और दलित महिलाएं हैं। क्या मौजूदा पार्ट-2 सरकार में इसे आगे बढ़ाया जाएगा? भानु ने कहा कि हर साल पांच लाख युवाओं को यानी अब तक 20 लाख युवाओं को नौकरी नहीं दी गई, पार्ट-2 में बेरोजगारी भत्ता भी यह सरकार नहीं देगी। राज्य में बालू, पत्थर, कोयला, जमीन की लूट और शराब घोटाला इस सरकार में भी होता रहेगा। मुख्यमंत्री को स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए।
कांग्रेस ने आदिवासियों को सिर्फ लॉलीपॉप दिया
भानु प्रताप ने कहा कि दरअसल 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद ही चंपई सोरेन मुख्यमंत्री बने थे। श्रीरामलला धरती पर आये और उसके बाद ही चंपई मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठे। हरे झंडे वाले और हरा चश्मा पहनने वाले लोगों को हरा दिखाई देता है। भानु ने सवाल उठाया कि झारखंड का आंदोलन किसके खिलाफ चल रहा था? उस समय बीजेपी नहीं थी। पिछले चालीस वर्षों में कांग्रेस ने आदिवासियों को सिर्फ लॉलीपॉप दिया है।
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छत्तीसगढ़, उत्तराखंड के लिए कौन लड़ा:भानु
अगर शिबू सोरेन ने झारखंड आंदोलन के लिए लड़ाई लड़ी तो छत्तीसगढ़, उत्तराखंड के लिए कौन लड़े? यह बीजेपी का बड़ा दिल ही था जिसने तीन राज्य बनाये। झारखंड बनने के बाद अटल बिहारी वाजपेई और आडवाणी जी ने आदिवासी नेता बाबूलाल मरांडी को मुख्यमंत्री बनाया, फिर अर्जुन मुंडा मुख्यमंत्री बने, शिबू सोरेन भी बीजेपी के समर्थन से मुख्यमंत्री बनाये गये, फिर जब अर्जुन मुंडा मुख्यमंत्री बने तो हेमंत सोरेन को उपमुख्यमंत्री बनाया गया। आज राष्ट्रपति पद पर एक आदिवासी महिला है, इससे पता चलता है कि भाजपा आदिवासी समाज के लिए क्या सोचती है।
‘ऐसा कोई सगा नहीं जिसे कांग्रेस ने ठगा नहीं’
5 फरवरी को सदन में हेमंत सोरेन ने बीजेपी पर उन्हें जेल भेजने की साजिश रचने का आरोप लगाया था। कोई बताए कि चिरुडीह हत्याकांड, शशिनाथ झा हत्याकांड, नोट फॉर वोट में शिबू सोरेन को जेल किसने भेजा? यह वही कांग्रेस पार्टी थी जिसने उन्हें कोयला घोटाले में जेल भेजा था। उन्हें चार साल तक जेल में रखकर उनके राजनीतिक करियर को नुकसान पहुंचाया गया। ऐसा कोई सगा नहीं जिसे कांग्रेस ने ठगा नहीं।
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