Sawan Month: वाराणसीः सावन माह के पहले दिन काशीपुराधिपति के दरबार में शिवभक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा। बाबा के स्वर्ण दरबार में पवित्र ज्योतिर्लिंग का अद्भुत शृंगार देखकर शिवभक्त बेहद प्रसन्न हुए। मंदिर परिसर में हर तरफ बाबा के प्रति श्रद्धा और स्नेह का भाव दिख रहा था। दरबार में हर-हर महादेव के उद्घोष के बीच शिवभक्त कतारबद्ध होकर पूजा-अर्चना के लिए अपनी बारी का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे।
इससे पहले गुरुपूर्णिमा पर देर शाम मंदिर के गर्भगृह में सप्तऋषि आरती में बाबा श्रीकाशी विश्वनाथ का विशेष शृंगार किया गया। शाम को सप्तऋषि आरती से पहले बाबा विश्वनाथ का भव्य शृंगार किया गया। बाबा के गर्भगृह में स्थापित चल रजत प्रतिमा एवं प्रतिमा का शृंगार किया गया। धाम में बाबा की झांकी देख श्रद्धालु अभिभूत हो गए। चारों दरवाजों से बाबा के भक्तों को दरबार में प्रवेश दिया जा रहा है।
अधिक मास के चलते पड़ेंगे आठ सोमवार
अधिक मास के कारण इस बार सावन माह में आठ सोमवार और चार एकादशियों पर पूजा करने का अवसर मिलेगा। ज्योतिषियों के अनुसार, सावन का महीना 04 जुलाई से शुरू हो गया है। इस बार 09 जुलाई, 11 जुलाई, 12 जुलाई, 13 जुलाई, 18 जुलाई, 23 जुलाई, 28 जुलाई, 29 जुलाई, 30 जुलाई, शिवभक्त सर्वार्थसिद्ध योग में पूजा करेंगे।
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क्यों होता है अधिक मास
पंचांग के मुताबिक चंद्र वर्ष में 354 दिन और सौर वर्ष में 365 दिन होते हैं। इन दोनों के बीच 11 दिन का अंतर होता है। प्रत्येक तीन वर्ष के अंतराल पर पड़ने पर यह अंतर 33 दिन का हो जाता है। इसी प्रकार हर तीसरे वर्ष 33 दिनों का एक अलग अतिरिक्त माह बनता है, जिसे अधिकमास कहा जाता है। इसी वजह से साल 2023 में सावन दो महीने का है।
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