नई दिल्लीः गाजीपुर बॉर्डर पर डटे राकेश टिकैत से मिलने मंगलवार को शिवसेना के प्रवक्ता और राज्यसभा सांसद संजय राऊत और किसान आंदोलन को समर्थन दिया। शिवसेना के प्रवक्ता ने कहा कि हमने पहले दिन से ही कृषि कानूनों का विरोध किया है। बॉर्डर पर 8 लेयर में सुरक्षा व्यवस्था करने वाली दिल्ली पुलिस को चीन सीमा पर भेज दिया जाना चाहिए।
शिवसेना प्रवक्ता संजय राऊत ने कहा कि उन्हें महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने गाजीपुर बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन में भेजा है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने किसान नेता राकेश टिकैत के लिये मेरे द्वारा संदेश भेजा है कि शिवसेना और महाराष्ट्र सरकार पूरी तरह से किसानों के साथ खड़ी है। शिवसेना प्रमुख भी किसान नेता राकेश टिकैत से खुद बातचीत करेंगे। आंदोलन सड़क का है और सड़क पर ही रहेगा। गाजीपुर बॉर्डर पर आंदोलनकारी किसानों को कुचलने की कोशिश की गई, ऐसे में महाराष्ट्र के लोगों का कर्तव्य बनता है कि राकेश टिकैत के साथ खड़े हों। उन्होंने कहा कि देश के हर नागरिक का कर्तव्य है कि आंदोलन में पहुंचकर किसानों को समर्थन दें। किसान संगठनों द्वारा 6 फरवरी को तीन घंटे के लिए किये गये देशव्यापी चक्का जाम के ऐलान का भी शिवसेना पूरी तरह से समर्थन करती है।
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जब संजय राउत से पूछा गया कि आखिर दो महीने बाद क्यों बॉर्डर आए, तो इस सवाल के जवाब में राउत ने कहा, अब आंदोलन को ताकत देने की जरूरत है। क्या शिवसेना बीजेपी से नाराज है, जिस तरह वो किसानों के साथ कर रही है? इस सवाल के जवाब में राउत ने कहा, हम किसानों के साथ हैं, राजनीति मत करिए। सरकार और किसान संगठनों की 11 दौर की बातचीत हो चुकी है लेकिन अब तक कोई नतीजा नहीं निकल सका है।