Maharashtra: ठाणे विधायक संजय केलकर ने आज बताया कि उत्तराधिकार के अधिकार का लाभ जो पहले केवल अनुसूचित जाति वर्ग के सफाई कर्मचारियों को मिलता था, अब सभी सफाई कर्मचारियों को मिलेगा। विधायक केलकर ने दावा किया है कि विधानसभा में कर्मचारियों के हित में उनकी लगातार मजबूत पैरवी के कारण ठाणे शहर सहित राज्य के लगभग 50,000 सफाई कर्मचारियों को इसका लाभ मिलेगा।
Maharashtra: सफाई कर्मचारियों में खुशी
बताया जाता है कि इस संबंध में उच्च न्यायालय औरंगाबाद खंडपीठ द्वारा दिए गए निर्णय से सफाई कर्मचारियों में खुशी है। पहले केवल अनुसूचित जाति वर्ग के कर्मचारी ही इस लाभ के लिए पात्र थे। इसलिए अन्य श्रेणियों के सफाई कर्मचारियों के कई प्रश्न लंबित रह गए। जबकि ठाणे महानगरपालिका में ऐसे कई कर्मचारी लाभ से वंचित हैं। विधायक संजय केलकर ने बताया कि उन्होंने इस बात पर कड़ा रुख अपनाया कि जो भी सफाई का काम करता है, वह सफाई कर्मचारी है। उन्होंने छह विधानसभा सत्रों में कर्मचारियों का जोरदार तरीके से प्रतिनिधित्व किया। उस समय मैंने तत्कालीन मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से भी इस विषय पर चर्चा की थी।
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कमेटी की रिपोर्ट में भी हुई थी सिफारिश
लैड-पेज कमेटी की रिपोर्ट में सिफारिश की गई थी कि उत्तराधिकार के अधिकार का लाभ सामान्य रूप से सफाई कर्मचारियों को दिया जाना चाहिए। यह राज्य सरकार की भूमिका थी। अन्य संगठनों ने भी इस संबंध में अपने प्रयास जारी रखे हैं। औरंगाबाद खंडपीठ के समक्ष लंबित मामले में राज्य सरकार ने भी अपना पक्ष रखा था। आखिरकार 8 जनवरी को खंडपीठ ने फैसला सुनाया कि उत्तराधिकार के अधिकार का लाभ सफाई कर्मचारियों को दिया जाना चाहिए।
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