Sambhal Violence , संभल: उत्तर प्रदेश के संभल जिले में शाही जामा मस्जिद में सर्वे के दौरान हुई हिंसा के बाद आज पहले जुमे की नमाज होगी। इसके चलते पुलिस प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट है। शाही जामा मस्जिद के आसपास भारी मात्रा में पुलिस बल तैनात किया गया है। हालात सामान्य हैं और लोग सड़कों पर घूमते नजर आ रहे हैं। हालांकि स्कूल खुले हैं लेकिन इंटरनेट सेवा बंद है।
Sambhal Violence: आज कोर्ट में पेशी होगी रिपोर्ट
दरअसल, आज जुमे की नमाज है और सर्वे रिपोर्ट भी कोर्ट में पेश की जाएगी। ऐसे में पुलिस हाई अलर्ट पर है। पुलिस ने मोबाइल सीसीटीवी फुटेज और ड्रोन कैमरों से मिले वीडियो के आधार पर 100 से ज्यादा आरोपियों की पहचान की है, जिनमें से अब तक 31 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। पुलिस संवेदनशील जगहों पर आने-जाने वाले हर शख्स पर खास नजर रख रही है। किसी भी तरह की संदिग्ध गतिविधि दिखने पर पुलिस तुरंत कार्रवाई कर रही है।
सरकार ने दिए न्यायिक जांच के आदेश
शासन की ओर से स्पष्ट निर्देश हैं कि कहीं भी किसी तरह की संदिग्ध स्थिति दिखे तो तुरंत कार्रवाई की जाए। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने संभल में हाल ही में हुई हिंसा की न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं। समिति के गठन का आदेश गुरुवार को उत्तर प्रदेश के गृह विभाग ने जारी किया। राज्य के गृह विभाग के आदेश के अनुसार, हाईकोर्ट के सेवानिवृत्त न्यायाधीश देवेंद्र कुमार अरोड़ा की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय समिति को मामले की जांच का जिम्मा सौंपा गया है। समिति के दो अन्य सदस्य सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी अमित मोहन प्रसाद और पूर्व आईपीएस अधिकारी अरविंद कुमार जैन हैं।
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सर्वेक्षण के दौरान भड़की हिंसा
समिति को दो महीने के भीतर रिपोर्ट सौंपनी होगी। 24 नवंबर की सुबह संभल की शाही जामा मस्जिद का सर्वेक्षण किया गया था। पुलिस का कहना है कि इस दौरान मस्जिद के पास मौजूद उपद्रवी तत्वों ने सर्वेक्षण टीम पर पथराव किया। माहौल बिगड़ता चला गया। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे और उपद्रवी तत्वों को चेतावनी भी दी। हिंसा के दौरान कई लोग मारे भी गये।