Sambhal: संभल जिले के चंदौसी में लक्ष्मण गंज के खंडहर हो चुके प्राचीन बिहारी मंदिर पर मंगलवार को प्रशासनिक अधिकारियों की टीम पहुंची और आसपास के क्षेत्र की पैमाइश शुरू कर दी। इस दौरान चंदौसी के तहसीलदार धीरेंद्र सिंह ने कहा कि मामले की जांच कर मंदिर को इस हालत में पहुंचाने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
Sambhal में मिले रहे एक-के बाद एक प्राचीन मंदिर
बता दें कि यूपी के संभल में 24 नवंबर को शाही जामा मस्जिद के सर्वेक्षण के बाद राज्य पुरातत्व विभाग की टीम ने संभल में हनुमान मंदिर और कुओं का सर्वेक्षण किया। इसके तहत संभल की चंदौसी तहसील के लक्ष्मण गंज मोहल्ले में स्थित बावड़ी और श्री बांके बिहारी मंदिर को लेकर 21 दिसंबर को डीएम राजेंद्र पेंसिया को शिकायती पत्र दिया गया था, जिस पर डीएम के निर्देशन में बावड़ी की खुदाई शुरू कर दी गई है।
Sambhal: मंदिर परिसर की पैमाइश शुरू
तहसीलदार धीरेंद्र सिंह ने कहा कि मंदिर की जांच के दौरान दीवारों पर मूर्तियां दिखीं और भगवान शिव का नाम लिखा दिखा। लेकिन मंदिर पूरी तरह खंडहर बन चुका है। इसके आसपास गंदगी फैली हुई है। उन्होंने कहा कि मंदिर को इस हालत में पहुंचाने वालों की पहचान कर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। तहसीलदार ने कहा कि मंदिर परिसर की पैमाइश शुरू कर दी गई है और इसे पूरा कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि जर्जर भवन में कई और धार्मिक चिह्न मिले हैं।
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मंदिर परिसर को हटाया जाएगा अतिक्रमण
मंदिर के स्वामित्व को लेकर विवाद के बारे में तहसीलदार ने कहा कि अभी तक ऐसा कोई मामला हमारे सामने नहीं आया है। यदि ऐसा कोई मामला आता है तो उस पर विचार किया जाएगा और कानून के अनुसार कार्रवाई की जाएगी। तहसीलदार ने बताया कि पैमाइश में मंदिर परिसर एक हेक्टेयर से अधिक पाया गया है। इसकी कुछ जमीन पर अतिक्रमण भी किया गया है। उन्होंने कहा कि प्रशासन अतिक्रमण हटाकर मंदिर परिसर को अतिक्रमण मुक्त कराएगा और अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। मंदिर की जमीन पर किसी को भी कब्जा नहीं करने दिया जाएगा।