सपा ने खेला बड़ा दांव, माता प्रसाद पांडेय को बनाया नेता प्रतिपक्ष,जानें कैसा रहा सियासी सफर

47
mata-prasad-pandey

लखनऊः समाजवादी पार्टी (सपा) ने माता प्रसाद पांडेय (Mata Prasad Pandey ) को यूपी विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष बनाने का ऐलान किया है। 81 वर्षीय माता प्रसाद पांडेय ब्राह्मण समुदाय से ताल्लुक रखते हैं। सात बार विधायक रह चुके पांडेय दो बार उत्तर प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष और प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं। फिलहाल वह सिद्धार्थनगर जिले की इटावा विधानसभा सीट से विधायक हैं। उन्हें अखिलेश यादव का बेहद करीबी नेता माना जाता है।

इन्हें भी सौंपी गई अहम जिम्मेदारी

इसके अलावा पार्टी ने यूपी विधानसभा सदस्य महबूब अली को संचालक मंडल की कमान, कमाल अख्तर को मुख्य सचेतक और राकेश कुमार उर्फ ​​आरके वर्मा को उप सचेतक की कमान सौंपी है। बता दें कि सपा मुखिया अखिलेश यादव की अध्यक्षता में हुई बैठक में पार्टी ने यह फैसला लिया। रविवार को समाजवादी पार्टी के विधायकों की बैठक में कई नामों पर चर्चा हुई। इसके बाद सभी विधायकों ने अंतिम फैसला अखिलेश यादव पर छोड़ दिया। इसके बाद माता प्रसाद पांडेय को नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी दी गई।

ऐसा रहा माता प्रसाद पांडेय सियासी सफर

31 दिसंबर 1942 को सिद्धार्थनगर के पिरैला गांव में जन्मे माता प्रसाद पांडेय (Mata Prasad Pandey ) ने एमए और एलएलबी की डिग्री हासिल की है। उनके परिवार में एक बेटा और 4 बेटियां हैं। मूल रूप से उनका प्रोफेशन खेती है। वह 7 बार विधायक चुने गए हैं। माता प्रसाद पांडेय ने 1980 में पहली बार विधानसभा चुनाव जीता था। इसके बाद वे 1985, 1989, 2002, 2007, 2012 और 2022 में विधानसभा के लिए चुने जा चुके हैं।

ये भी पढ़ेंः- Mann Ki Baat: PM मोदी ने रोहतक के हथकरघा उद्योग का किया उल्लेख, कही ये बात

इतना ही नहीं वह मुलायम सिंह यादव की सरकार में वे स्वास्थ्य और श्रम एवं सेवायोजन विभाग के मंत्री रह चुके हैं। नेता प्रतिपक्ष के तौर पर वे सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की जगह लेंगे, जिन्होंने कन्नौज से लोकसभा सांसद चुने जाने के बाद करहल सीट से विधायक पद से इस्तीफा दे दिया था।

नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी मिलने के बाद कहा-

नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी मिलने के बाद Mata Prasad Pandey ने कहा कि हम विधानसभा में सरकार को घेरेंगे। हमने सरकार से सत्र को कुछ दिन बढ़ाने का अनुरोध किया था। हमारा प्रयास सत्र को बढ़ाने का है, ताकि जनहित के मुद्दे उठाए जा सकें। उन्होंने कहा, योगी सरकार ने इस प्रदेश को बर्बादी के कगार पर पहुंचा दिया है। हम भ्रष्टाचार समेत सभी मुद्दों पर सरकार को घेरेंगे।

(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर(X) पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)