G20 summit: 8 सितंबर से राजधानी दिल्ली में होने वाले G20 शिखर सम्मेलन की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। इस बात की पुष्टि हो गई है कि पहले रूसी राष्ट्रपति पुतिन और फिर चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग भारत में होने वाले बड़े पैमाने के G20 शिखर सम्मेलन में शामिल नहीं होंगे। इसे लेकर कई लोग सवाल भी उठा रहे हैं। इसको लेकर विदेश मंत्री एस जयशंकर (s jaishankar) ने बड़ा बयान दिया है। एस जयशंकर ने कहा कि जी-20 शिखर सम्मेलन में कौन भाग ले रहा है और कौन नहीं, इसके बजाय ज्वलंत मुद्दों पर सदस्य देशों द्वारा अपनाए गए रुख पर ध्यान केंद्रित किया जाना चाहिए।
चीन का प्रतिनिधित्व प्रधानमंत्री ली कियांग
विदेश मंत्री (s jaishankar) ने कहा कि अंततः किसी देश का प्रतिनिधित्व वही व्यक्ति करेगा जिसे उसने चुना है। प्रतिनिधित्व का स्तर किसी देश की स्थिति का अंतिम निर्धारक नहीं बनता है। इस सप्ताह के शिखर सम्मेलन में चीन का प्रतिनिधित्व प्रधान मंत्री ली कियांग करेंगे और रूस का प्रतिनिधित्व विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव करेंगे। पुतिन ने हाल ही में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी को फोन करके बताया कि वह शिखर सम्मेलन में भाग लेने में असमर्थ हैं क्योंकि उन्हें यूक्रेन में सैन्य अभियानों पर ध्यान केंद्रित करना है।
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रूसी राष्ट्रपति पिछले साल दिसंबर में इंडोनेशिया के शहर बाली में आयोजित आखिरी जी-20 शिखर सम्मेलन में भी शामिल नहीं हुए थे। माना जा रहा है कि यूक्रेन पर हमले से जुड़े मामले में अंतरराष्ट्रीय अदालत ने उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया है, जिसके चलते वह विदेश यात्राओं से बच रहे हैं। इससे पहले रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने भी कहा था कि वह भारत में होने वाले शिखर सम्मेलन में शामिल नहीं होंगे।
#WATCH | On the upcoming G20 Summit becoming a people’s movement, EAM Dr S Jaishankar says “…It is a mindset of the Prime Minister, it’s a mindset of the BJP, it’s a mindset of the government and the mindset is a more democratic mindset, a mindset where you feel it should not… pic.twitter.com/bQgc9mduLq
— ANI (@ANI) September 6, 2023
क्लेवरली ने जी20 की सफलता के लिए दी बधाई
रूसी विदेश मंत्रालय द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, पुतिन के बजाय, लावरोव शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे और उनके 9 और 10 सितंबर को दो पूर्ण सत्रों में भाग लेने की उम्मीद है। लावरोव का शिखर सम्मेलन से इतर कई द्विपक्षीय वार्ता और संपर्क आयोजित करने का कार्यक्रम है।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ब्रिटिश विदेश सचिव जेम्स क्लेवरली से बातचीत की और नई दिल्ली में जी20 शिखर सम्मेलन की सफलता के लिए उन्हें बधाई दी। विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने कहा कि ब्रिटिश विदेश मंत्री जेम्स क्लेवरली से बात करके बहुत अच्छा लगा। नई दिल्ली जी20 शिखर सम्मेलन की सफलता के लिए उनकी शुभकामनाओं के लिए मैं हार्दिक सराहना करता हूं।
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