यूक्रेन की मरीन बिग्रेड के 1026 नौसैनिकों ने किया रूसी सेना के सामने सरेंडर

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कीवः यूक्रेन और रूस के बीच जारी युद्ध में पहली बार ऐसा हुआ है जब रूसी सैनिकों के समक्ष यूक्रेनी नौसेना की पूरी टुकड़ी को सरेंडर करने पर मजबूर होना पड़ा हो। रूसी रक्षा मंत्रालय के दावे को अगर सच माने तो यह सब मारियुपोल में हुआ है जहां रूसी सैनिकों के समक्ष यूक्रेन के 162 अधिकारियों समेत 1,026 नौसैनिकों ने हथियार डाल दिए हैं। हालांकि यूक्रेन ने इसकी पुष्टि नहीं की है।

इससे पहले रूस ने मारियुपोल के बंदरगाह पर कब्जा कर लिया। अगर अजोवस्टल इंडस्ट्रियल डिस्ट्रिक्ट पर भी रूस का कब्जा हो जाता है तो उसका पूरे मारियुपोल पर नियंत्रण हो जाएगा। मारियुपोल रूस के लिए रणनीतिक रूप से बेहद महत्वपूर्ण है जिस पर कब्जा करके रूस अलगाववादियों के कब्जे वाले यूक्रेन के पूर्वी इलाके से क्रीमिया तक मार्ग बनाना चाहता है।

रूसी रक्षा मंत्रालय द्वारा जारी बयान के अनुसार मारियुपोल शहर में रूसी सैनिकों और डोनेट्स्क पीपुल्स रिपब्लिक मिलिशिया यूनिट्स के सफल आक्रमण के चलते 36वीं मरीन ब्रिगेड के 1,026 यूक्रेनी सैनिकों ने अपनी मर्जी से हथियार डाल दिए और सरेंडर कर दिया।

हालांकि यूक्रेन की ओर से इसकी पुष्टि नहीं की गई है। यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ऑलेक्जेंडर मोटुज्यानिक ने बुधवार को कहा कि उन्हें मारियुपोल में यूक्रेनी नौसैनिकों के सरेंडर करने के बारे में कोई जानकारी नहीं है।

इससे पहले सोमवार को 36वीं मरीन ब्रिगेड ने कहा कि वह मारियुपोल में ‘आखिरी लड़ाई’ की तैयारी कर रही है जो ‘मौत या कब्जे’ के साथ खत्म होगी, क्योंकि उसके सैनिकों के पास गोला-बारूद खत्म हो गया है।

मारियुपोल में युद्ध से हजारों की मौत

यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने कहा कि मारियुपोल में संभवतः हजारों लोगों की मौत हो चुकी है। रूस इस इलाके में नए हमले के लिए हजारों सैनिकों को भेज रहा है। यूक्रेन ने कहा है कि एक लाख से अधिक नागरिक शहर में फंसे हुए हैं जिनके पास खाना और पानी खत्म हो गया है। रूस पर लोगों की मदद को रोकने के आरोप लगाए जा रहे हैं। चेचेन नेता रमजान कादिरोव अजोवस्टल में बचे यूक्रेनी सैनिकों से हथियार डालने के लिए कह रहे हैं।

एक लाख से ज्यादा नागरिक फंसे

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के विश्वासपात्र चेचेन नेता रमजान कादिरोव ने मारियुपोल इलाके में मौजूद बाकी के यूक्रेनी सैनिकों और लड़ाकों से आत्मसमर्पण की अपील की है। कादिरोव ने कहा कि इलाके में यूक्रेनी सेना के करीब 200 घायल हुए लोग फंसे हुए हैं, उन्हें किसी तरह की चिकित्सकीय सहायता नहीं मिल पा रही है। वे अपने ठिकाने छोड़कर सुरक्षित अपने घरों को जाएं और वहां पर इलाज कराएं-आराम करें।