नई दिल्ली: दुनिया में तीसरे विश्व युद्ध की आशंका के बीच रूस ने भारत के साथ अपनी दोस्ती की एक और मिसाल पेश करते हुए अपना वादा पूरा कर दिया है। रूस ने स्क्वाड्रन-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम की तीसरी खेप भारत को सौंप दी है। इससे पाकिस्तान और चीन की ओर से आने वाली मिसाइलों, हेलीकॉप्टरों और विमानों को मार गिराया जा सकता है।
मीडिया में खबर आई है कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन के साथ जारी युद्ध के बीच भारत को एस-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम की तीसरी स्क्वाड्रन भेजने का अपना वादा पूरा कर दिया है। बता दें कि स्क्वाड्रन सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल रक्षा प्रणाली है। 2018 में, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने 2023 के अंत तक भारत को पांच S-400 स्क्वाड्रन देने के लिए 5.43 बिलियन डॉलर के अनुबंध पर हस्ताक्षर किए। इसके तहत भारत को अब तक तीन S-400 दिए जा चुके हैं।
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इससे पहले दिसंबर 2021 में भारत को पहला एस-400 मिला था, इसे पठानकोट में पाकिस्तान सीमा पर तैनात किया गया है। इसके बाद दूसरा एस-400 अप्रैल 2022 में भारत पहुंचा था। इसे उत्तर पूर्व में चीन सीमा के पास सिलीगुड़ी में तैनात किया गया है। माना जा रहा है कि रूस से मिली तीसरी एस-400 यूनिट को पाकिस्तान सीमा के आसपास पंजाब या राजस्थान में तैनात किया जा सकता है।
गौरतलब है कि रूस की एस-400 मिसाइल प्रणाली की एक रेजीमेंट में आठ ट्रक लांचर होते हैं। प्रत्येक ट्रक में चार लांचर लगे होते हैं। एक बार में चार मिसाइल दागी जा सकती हैं। इस तरह एक रेजीमेंट में 32 मिसाइलें होती हैं। भारत के पास ऐसी तीन रेजीमेंट होने से देश की राजधानी दिल्ली और उसकी सीमाओं की सुरक्षा मजबूत होगी। इससे 400 किलोमीटर तक के लक्ष्य को भेदा जा सकता है।
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