Rudraksha: हार्ट अटैक और ब्लड प्रेशर का है रामबाण इलाज है रुद्राक्ष, इसके चमत्कारी फायदों से रह जाएंगे दंग

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Health Benefits of Rudraksha: हिंदू धर्म में रुद्राक्ष को शुभ माना जाता है। इसका सीधा संबंध भगवान शिव से है। माना जाता है कि रुद्राक्ष की उत्पत्ति भगवान शिव के नेत्रों से हुई थी, इसलिए इसका धार्मिक महत्व भी बहुत अधिक है। भगवान शिव को रुद्राक्ष बहुत प्रिय है इसलिए रुद्राक्ष के रुप में भी भगवान भोलेनाथ की पूजा की जाती है। शिव जी पूजा और जाप रुद्राक्ष के बिना अधूरी मानी जाती है। धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व के साथ-साथ स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी इसका जबरदस्त प्रभाव पड़ता है, इसीलिए कई लोग रुद्राक्ष को औषधि भी कहते हैं। यदि महामृत्युंजय का जाप रुद्राक्ष की माला से किया जाए तो माना जाता है कि व्यक्ति को रोगों से लड़ने की क्षमता और बढ़ जाती है।

दरअसल, दुनिया में करीब 90 फीसदी लोग खराब जीवनशैली के कारण स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से जूझ रहे हैं। इस भागदौड़ भरी जिंदगी में हमें हाइपरटेंशन, दिल और मानसिक बीमारियों का सामना करना पड़ रहा है। इन समस्याओं का एक ही कारण है, हमारे मन, आत्मा और शरीर के बीच असंतुलन। प्राचीन ग्रंथों में भी इस असंतुलन को दूर करने का एक ही उपाय बताया गया है और वह है रुद्राक्ष।

रुद्राक्ष अपने बेहतरीन उपचारात्मक और वैज्ञानिक गुणों के कारण न केवल हमारे दिमाग और शरीर पर अच्छा प्रभाव डालता है, बल्कि बड़ी से बड़ी बीमारियों को ठीक कर सकता है। वैज्ञानिकों की माने तो रुद्राक्ष मस्तिष्क के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है।

दरअसल रुद्राक्ष में विद्युत चुम्बकीय शक्ति होती है, जिसके कारण यह हमारे शरीर पर जादुई तरीके से काम करता है। रुद्राक्ष के कई फायदों से आप परिचित होंगे, लेकिन वैज्ञानिक दृष्टि से यह आपकी सेहत के लिए किस तरह फायदेमंद है, तो आइये जानते हैं रुद्राक्ष के कुछ मुख्य फायदों के बारे में…

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रुद्राक्ष धारण करने के चमत्कारी लाभ

  • रुद्राक्ष पहनने वाले व्यक्ति को वात, पित्त और कफ की समस्या नहीं होती है, यानी जो व्यकित इस धारण करता है वह आमतौर पर स्वस्थ रहता है, क्योंकि आयुर्वेद के अनुसार शरीर में सभी रोग वात, पित्त और कफ के कारण होते हैं।
  • गर्भवती महिलाओं के लिए भी रुद्राक्ष बेहद फायदेमंद माना जाता है। त्वचा रोगों में इसका त्वरित प्रभाव देखने को मिलता है। कुष्ठ रोग आमतौर पर दो प्रकार का होता है और रुद्राक्ष दोनों ही प्रकार के रोगों में रामबाण इलाज है।
  • जिन परिवारों में बच्चे अक्सर बीमार रहते हैं, उन्हें गले में तीन मुखी रुद्राक्ष पहनाया जाता है। इसी प्रकार हिस्टीरिया, कोमा तथा स्त्री संबंधी रोगों में रुद्राक्ष को धारण करना प्रभावशाली माना गया है।

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  • रुद्रास बीपी और दिल के मरीजों के लिए रामबाण का काम करता है। ऐसा माना जाता है कि अगर हाई ब्लड प्रेशर का मरीज रुद्राक्ष की माला पहनता है तो उसका ब्लड प्रेशर सामान्य रहता है। अगर कोई ब्लड प्रेशर का मरीज रात को एक गिलास पानी में पंचमुखी रुद्राक्ष भिगोकर रख दे और सुबह उठकर खाली पेट इसे पी ले तो उसका बीपी कंट्रोल में रहता है। इतना ही नहीं रुद्राक्ष की माला पहनने वाले व्यक्ति को कभी भी हार्ट अटैक या ब्रेन हेमरेज की समस्या नहीं होती है।
  • इसके अलावा रुद्राक्ष में विद्युत चुम्बकीय शक्ति पाई जाती है। एक शोध में पाया गया है कि रुद्राक्ष पहनने से मस्तिष्क में मौजूद रसायनों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है, जिससे भूलने की समस्या दूर हो जाती है। इसलिए व्यक्ति को सदैव रुद्राक्ष धारण करना चाहिए।
  • अगर आप असली रुद्राक्ष अपने शरीर पर धारण करेंगे तो ही इसका लाभ मिलेगा। असली और नकली रुद्राक्ष की पहचान करने के लिए रुद्राक्ष को पानी में डालें। यदि रुद्राक्ष पानी में डूब जाए तो यह असली रुद्राक्ष है और यदि यह पानी में तैरता रहे तो यह नकली रुद्राक्ष है।

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