रांची : झारखंड के तीन कांग्रेस विधायकों की भारी मात्रा में नगदी के साथ गिरफ्तारी को लेकर सोमवार को झारखंड विधानसभा (Jharkhand Vidhansabha) का माहौल गर्म रहा। पक्ष-विपक्ष ने सदन के अंदर और बाहर एक-दूसरे पर निशाना साधा। सदन की कार्यवाही शुरू होने के पहले भाजपा विधायकों ने कोलकाता में गिरफ्तार किये गये कांग्रेस के तीन विधायकों को बर्खास्त करने की मांग की। इसे भ्रष्टाचार का गंभीर मामला बताते हुए उन्होंने जमकर नारेबाजी की।
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भाजपा विधायक बिरंची नारायण ने कहा कि कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडे हर सप्ताह झारखंड दौरे पर आते हैं और इसके पीछे का राज क्या है, यह झारखंड की जनता जान गयी है। दूसरी तरफ कांग्रेस विधायक दीपिका पांडेय सिंह ने कहा कि भाजपा पहले यह मांग करे कि कांग्रेस विधायक को प्रलोभन देने वाले कौन थे और उनके पास से बरामद पैसे किसके हैं? सदन की कार्यवाही शुरू होने पर हंगामे के बीच भाजपा के विधायक भानु प्रताप शाही ने स्पीकर से कहा कि कांग्रेस के तीन विधायक सदन में नहीं हैं। वो कहां हैं स्पीकर महोदय? इस पर स्पीकर रविन्द्र नाथ महतो ने तंज कसते हुए कहा कि आपने उन्हें जहां बुलाया था, वहीं हैं।
सदन में दूसरी पाली में सुखाड़ पर चर्चा के दौरान भाकपा माले के विधायक बिनोद सिंह ने कोलकाता (Kolkata) में गिरफ्तार कांग्रेस के तीन विधायकों का मामला उठाया। उन्होंने कहा कि विधायकों के इस कृत्य से सदन की गरिमा गिरी है। अभी मीडिया में रिपोर्ट आ रही है कि इस मामले में और भी विधायक शामिल थे। विधायकों की खरीद फरोख्त का खेल लोकतंत्र के लिए खतरे की घंटी है। यह सदन की प्रतिष्ठा का सवाल है। ऐसे विधायकों पर ठोस कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने स्पीकर से आग्रह किया कि ऐसे कृत्य करनेवाले विधायकों पर कार्रवाई होनी चाहिए। पूरे मामले की जांच होनी चाहिए।
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