Home टॉप न्यूज़ New Parliament: नए संसद भवन के उद्घाटन पर जारी होगा 75 रुपये...

New Parliament: नए संसद भवन के उद्घाटन पर जारी होगा 75 रुपये का सिक्का, जानें खासियत

new-parliament-modi

नई दिल्लीः 28 मई को होने वाले नए संसद भवन (New Parliament) के उद्घाटन समारोह को यादगार बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 75 रुपये का नया सिक्का जारी करेंगे । 75 रुपये के इस नए सिक्के का आकार 44 मिलीमीटर वृत्ताकार होगा। इसका मानक वजन 35 ग्राम होगा। इस सिक्के पर नए संसद भवन का चित्र बना होगा।

संसद की तस्वीर के ठीक नीचे वर्ष 2023 भी लिखा होगा। इस पर हिन्दी में संसद संकुल और अंग्रेजी में Parliament Complex लिखा नजर आएगा। इस पर अशोक स्तम्भ भी अंकित होगा। अंकों में अंकित मूल्य ’75 ‘ भी लिखा होगा। इसके अलावा सिक्के पर हिन्दी में ‘भारत’ और अंग्रेजी में ‘इंडिया’ लिखा रहेगा ।

पीएम मोदी करेंगे नए संसद भवन का उद्घाटन

बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 28 मई, रविवार को संसद के नवनिर्मित भवन का उद्घाटन करेंगे। सूत्रों के मुताबिक, उद्घाटन कार्यक्रम की शुरुआत विशेष पूजा और हवन के साथ होगी और इसका समापन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समापन भाषण के साथ होने के साथ शुरु होगा।

ये भी पढ़ें..विपक्षी एकता को लगा तगड़ा झटका, नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह में अब शामिल होंगे इतने दल

सूत्रों के अनुसार संसद के नए भवन (New Parliament) के उद्घाटन का कार्यक्रम रविवार सुबह करीब साढ़े सात बजे शुरू हो सकता है। कार्यक्रम की शुरुआत वैदिक रीति से विशेष पूजा से होगी। यह विशेष पूजा करीब डेढ़ घंटे तक चलेगी। बताया जा रहा है कि इस विशेष पूजा कार्यक्रम में पीएम मोदी के अलावा लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश भी मौजूद रहेंगे।

विपक्ष ने किया कार्यक्रम के बहिष्कार ऐलान

नए संसद भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से न कराने पर कांग्रेस समेत 16 से ज्यादा राजनीतिक पार्टियों ने इसका बहिष्कार कर दिया है। विपक्षी दलों का कहना है कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को पूरी तरह से दरकिनार करते हुए नए संसद भवन का उद्घाटन करने का पीएम मोदी का फैसला न केवल घोर अपमान है बल्कि हमारे लोकतंत्र पर सीधा हमला है, जिसका माकूल जवाब मांगता है।

राष्ट्रपति के बिना संसद कार्य नहीं कर सकती है। फिर भी पीएम ने उनके बिना नए संसद भवन का उद्घाटन करने का निर्णय लिया है। यह अशोभनीय कृत्य राष्ट्रपति के उच्च कार्यालय का अपमान करता है और संविधान के पत्र और भावना का उल्लंघन करता है। यह सम्मान के साथ समावेशिता की भावना को कम करता है जिसने देश को अपनी पहली महिला आदिवासी राष्ट्रपति का स्वागत करते हुए रेखांकित किया। हालांकि उद्घाटन समारोह में सत्ताधारी पार्टी भाजपा समेत 25 दल शामिल होंगे।

(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)

Exit mobile version