Gujarat News: गुजरात के गांधीनगर में CID क्राइम ने 6,000 करोड़ रुपये के घोटाले के मुख्य संदिग्ध भूपेंद्र सिंह झाला (Bhupendra Singh Jhala) को गिरफ्तार किया है। कथित तौर पर यह घोटाला BJD ग्रुप द्वारा रचा गया था। झाला पिछले एक महीने से फरार था।
Gujarat: CID क्राइम ने किया खुलासा
गांधीनगर सीआईडी क्राइम आईजी परीक्षिता राठौर ने बताया कि झाला के खिलाफ पांच एफआईआर दर्ज की गई हैं। सीआईडी क्राइम टीम द्वारा उसके दफ्तरों पर छापेमारी के बाद से ही वह फरार था। झाला ने गुजरात के विभिन्न शहरों में बीजेड फाइनेंशियल सर्विसेज, बीजेड प्रॉफिट प्लस, बीजेड मल्टी ट्रेड, बीजेड इंटरनेशनल ब्रोकिंग प्राइवेट लिमिटेड, बीजेड ग्रुप ऑफ मैनेजमेंट, बीजेड कैपिटल सॉल्यूशंस,बीजेड हैवी इलेक्ट्रॉनिक्स और बीजेड ग्रुप ऑफ डेवलपर्स समेत कई कंपनियां खोली थीं।
ज्यादा रिटर्न का लालच देकर लोगों को फंसाया
आईजी ने आगे बताया कि इन कंपनियों ने ऊंचे रिटर्न का वादा किया और मुफ्त टीवी, मोबाइल फोन, राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय दौरे के साथ-साथ फिक्स्ड डिपॉजिट पर सात फीसदी ज्यादा ब्याज जैसे प्रोत्साहन दिए। सीआईडी के अनुसार, कंपनी ने निवेशकों को सामान्य बैंकों की तुलना में अधिक ब्याज दरों का लालच दिया। 5 लाख रुपये के निवेश पर निवेशकों को 32 इंच का टीवी या मोबाइल फोन देने का वादा किया गया। 10 लाख रुपये में कंपनी ने गोवा की यात्रा की पेशकश की और 7 प्रतिशत ब्याज की लिखित प्रतिबद्धता के साथ-साथ 18 प्रतिशत ब्याज का मौखिक वादा किया।
एक महीने फरार था आरोपी झाला
गुजरात पुलिस की सीआईडी क्राइम ने कहा कि झाला पिछले एक महीने से फरार था। तकनीकी निगरानी के बाद उसे मेहसाणा से गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने कहा है कि जो लोग इस धोखाधड़ी यानी पोंजी स्कीम के शिकार हुए हैं, वे अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं।
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Bhupendra Singh Jhala: जानें क्या है पूरा मामला
गांधीनगर सीआईडी टीम का आरोप है कि भूपेंद्र झाला (Bhupendra Singh Jhala) ने लोगों को एक से तीन गुना पैसे देकर और सामान्य निवेश से ज्यादा रिटर्न का लालच देकर 6000 करोड़ रुपये का घोटाला किया है। सरकारी वकील ने ग्राम न्यायालय में कहा कि भूपेंद्र झाला के पास सिर्फ साबरकांठा के लिए मनी लेंडिंग लाइसेंस है। लेकिन, उसने एजेंट नियुक्त कर पूरा नेटवर्क बना लिया। इसके अलावा बिना किसी तरह के लाइसेंस या अनुमति के कुछ कंपनियां भी बनाई हैं, जिनमें एजेंटों के जरिए लोगों से करोड़ों रुपये निवेश करवाए गए हैं।
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