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मंदिर मतलब मानसिक गुलामी..., प्राण प्रतिष्ठा से पहले लालू-राबड़ी आवास के बाहर लगे पोस्टर पर मचा घमासान

पटनाः इस महीने की 22 तारीख को अयोध्या में भव्य राम मंदिर में भगवान श्री राम की प्राण प्रतिष्ठा होने जा रही है, जिसे लेकर पूरे देश में उत्साह का माहौल है। इस बीच राजद विधायक फतेह बहादुर (Fateh Bahadur) ने राजद सुप्रीमो लालू यादव और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास के बाहर एक विवादित पोस्टर लगाया है, जिसमें विधायक ने एक बार फिर से सावित्रीबाई फुले की बात दोहराते हुए सनातन धर्म पर तंज कसा है। जिसके बाद से सियासी घमासान मचा हुआ है। दरअसल इस पोस्टर के मध्यम से महागठबंधन में राजद की सहयोगी पार्टी जदयू ने RJD विधायक को सलाह दी है। वहीं, बीजेपी नाराज नजर आ रही है। बता दें कि राजद सावित्री बाई फुले की जयंती मनाने जा रही है। विधायक के पोस्टर में एक तरफ राजद प्रमुख लालू यादव और राबड़ी देवी और दूसरी तरफ उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की तस्वीर है। जबकि पोस्टर के शीर्ष पर महात्मा बुद्ध, सम्राट अशोक, कबीर, सावित्री बाई फुले और अन्य की तस्वीरें भी हैं।

पोस्टर में लिखा- मंदिर का मतलब मानसिक गुलामी...

लालू-राबड़ी यादव के आवास बाहर लगे इस पोस्टर में लिखा है, ''मंदिर का मतलब मानसिक गुलामी का मार्ग और स्कूल का मतलब होता है जीवन में प्रकाश का मार्ग। जब मंदिर की घंटी बजती है तो हमें संदेश देती है कि हम अंधविश्वास, पाखंड, मूर्खता और अज्ञानता की ओर बढ़ रहे हैं और जब स्कूल की घंटी बजती है तो हमें यह संदेश मिलता है कि हम तर्कपूर्ण ज्ञान और वैज्ञानिकता और प्रकाश की ओर बढ़ रहे हैं। अब तय करना कि आपको किस तरफ जाना चाहिए- सावित्री बाई फुले।" ये भी पढ़ें..Hindu Nav Varsh 2024: कब से शुरू हो रहा हिंदू नव वर्ष 2024? जानें इससे जुड़ी सभी जानकारी

विवादित पोस्ट पर भड़की भाजपा

बीजेपी प्रवक्ता अरविंद कुमार सिंह ने कहा कि राजद मानसिक गुलामी का शिकार है। इसे न तो सनातन पर आस्था है और न ही अपनी संस्कृति पर। राजद दोहरी राजनीति करता है। कभी-कभी महान व्यक्ति भी परिवार व्यवस्था को खुश करने और सत्ता पाने के लिए राजनीति का शिकार बन जाते हैं। उन्होंने राजद को राक्षसी प्रवृत्ति वाली पार्टी बताया। इस पोस्टर की खबर मीडिया में आने के बाद नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू ने राजद विधायक को सलाह दी है। जेडीयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि उनका नाम फतेह बहादुर सिंह नहीं बल्कि 'कायर' बहादुर सिंह होना चाहिए। उन्हें हिंदू देवी-देवताओं पर बोलने का अधिकार किसने दिया? दोहरा मापदंड नहीं चलेगा। वे घोषणा करेंगे कि वे उन स्थानों पर कभी नहीं जाएंगे जहां पूजा की जाती है, श्राद्ध अनुष्ठान किए जाते हैं, मंत्रों का जाप किया जाता है। कायर बहादुर सिंह को ऐसी घोषणा करनी चाहिए।

विवादित बयानों के कारण हमेशा चर्चा में रहते है फतेह बहादुर

गौरतलब है कि राजद विधायक फतेह बहादुर अपने विवादित बयानों के कारण चर्चा में बने रहते हैं। हाल ही में उन्होंने मां सरस्वती को लेकर विवादित बयान दिया था। राजद विधायक फतेह बहादुर सिंह अपने विधानसभा क्षेत्र डेहरी में सावित्रीबाई फुले की जयंती मनाने जा रहे हैं और यह उसी से जुड़ा पोस्टर है। इस जयंती समारोह का उद्घाटन शिक्षा मंत्री डॉ. चन्द्रशेखर करने वाले हैं। (अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर(X) पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)