लखनऊः उत्तर प्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए लगभग सभी जिलों की आरक्षण सूची जारी हो गई। सीटों का आरक्षण होते ही तमाम दिग्गज चुनाव से पहले ही चित हो गए हैं। इटावा जिले के सैफई में सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के परिवार का दबदबा भी 26 साल बाद खत्म हो गया है। हालांकि पिछले तीन दिन से जिलेवार जारी हो रही आरक्षण की यह अंतिम सूची नहीं है। इस पर जिन्हें शिकायत है, उनसे आपत्ति भी मांगी गई है। ऐसे में अभी सूची में परिवर्तन भी संभव है। चार से आठ मार्च तक लोग क्षेत्र पंचायत कार्यालय में अपनी आपत्तियां दर्ज करा सकते है। नौ मार्च को पूरे जिले की आपत्तियों को जिला पंचायत राज अधिकारी के कार्यालय में एकत्र किया जाएगा। इसके बाद 10 से 12 मार्च के बीच इनका निस्तारण होगा। फिर 15 मार्च तक अंतिम सूची का प्रकाशन होगा।
विभिन्न जिलों से मिली जानकारी के अनुसार इटावा के सैफई ब्लॉक प्रमुख के पद को इस बार अनुसूचित जाति की महिला के लिए आरक्षित किया गया है। इसे सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के परिवार के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। दरअसल वर्ष 1995 से आरक्षण प्रकिया लागू होने के बाद सैफई विकास खंड में प्रमुख का पद अनुसूचित जाति के लिए कभी आरक्षित किया ही नहीं गया। नतीजा यह रहा कि ब्लॉक प्रमुख का पद तबसे मुलायम परिवार के ही कब्जे में रहा। लेकिन इस बार योगी सरकार ने आरक्षण प्रकिया को सख्ती से अपनाने के निर्देश दिया था। इसके चलते सैफई ब्लॉक प्रमुख के अलावा वहां के ग्राम प्रधान का पद भी आरक्षित हो गया है। लखनऊ में आरक्षण के चलते इस बार महिलाओं का प्रतिनिधित्व बढ़ने जा रहा है। जिला प्रशासन ने आज 494 ग्राम पंचायतों व 25 क्षेत्र पंचायतों के लिए अनंतिम आरक्षण सूची जारी कर दी। इस बार 333 पदों पर आरक्षण लागू किया गया है। पिछली पंचवर्षीय की अपेक्षा इस बार ग्राम पंचायत के चुनाव में सामान्य वर्ग की सीटों में दो प्रतिशत की कमी आई है। वाराणसी में जिला पंचायत की 24 सीटें आरक्षित हुई हैं। जिला पंचायत में तीन सीटों को अनुसूचित जाति की महिला के लिए, चार सीटें अनुसूचित जाति के लिए और ओबीसी महिला के लिए भी चार सीटें आरक्षित हुई हैं।
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इसके अलावा ओबीसी के लिए छह और महिलाओं के लिए सात सीटें आरक्षित हैं। 16 सीटें अनारक्षित हैं। इसी तरह जिले में ब्लाक प्रमुख की आठ सीटें आरक्षित हुई हैं। इसके अलावा ग्राम प्रधानों की 694 सीटें हैं। इनमें से 451 सीटें आरक्षित और 243 सीटें अनारक्षित हैं। प्रयागराज में जिला पंचायत सदस्य, ब्लाक प्रमुख, खंड विकास समिति के सदस्य, ग्राम प्रधान और ग्राम पंचायत सदस्य पदों के आरक्षण निर्धारण की प्रक्रिया बुधवार दिन तक चली। देर शाम पांचों पदों के लिए आरक्षण की सूची जारी कर दी गई। जिला पंचायत अध्यक्ष का पद पहले ही अनारक्षित घोषित किया जा चुका है। जिला पंचायत सदस्य के कुल 84 में से 31 अनारक्षित हैं। वहीं 14 सीट महिलाओं के लिए सुरक्षित हैं। 11 एससी, छह एससी महिला, 14 ओबीसी तथा आठ पद ओबीसी महिला के लिए आरक्षित हैं। ब्लाक प्रमुख के कुल 23 में से आठ पद अनारक्षित हैं। चार पद महिलाओं के लिए आरक्षित हैं। इनके अलावा तीन एससी, दो एससी महिला, चार ओबीसी तथा दो ओबीसी महिला के लिए आरक्षित हैं। ग्राम प्रधान के कुल 1540 में से 528 पद अनारक्षित हैं। 247 पद महिलाओं के लिए आरक्षित हैं। इसी तरह प्रदेश के लगभग सभी जिलों में पंचायत चुनाव को लेकर पांचों पदों के लिए आरक्षण की सूची जारी कर दी गई। आगरा और कानपुर समेत कुछ जिलों की आरक्षण सूची पहले ही जारी कर दी गई थी।