Home प्रदेश रियल एस्टेट सेक्टर को आम बजट से बेहतरी की उम्मीद

रियल एस्टेट सेक्टर को आम बजट से बेहतरी की उम्मीद

गुरुग्राम: कोरोना महामारी के दौरान समस्याओं के कारण सामने आई चुनौतियों ने व्यापार विस्तार के नए अवसरों का मार्ग प्रशस्त किया है। हम नए साल में प्रवेश करते हुए भारतीय रियल एस्टेट क्षेत्र के लिए नई विकास संभावनाओं को आशावादी रूप से देखते हैं। यह कहना यहां के उद्यमियों का।

लोन लेकर घर खरीदने में महिलाएं अग्रणी: पंकज बंसल

एम3एम इंडिया के निदेशक पंकज बंसल का कहना है कि रियल-एस्टेट खरीदार टैक्स छूट में वृद्धि की उम्मीद कर रहे हैं। भारत युवाओं का देश है। भारत की 66 फीसदी आबादी 35 वर्ष से कम आयु की है। युवा होम लोन के उधारकर्ता के रूप में उभर रहे हैं। यह भी सच है कि होम-लोन बाजार लगभग 25 फीसदी 26-35 वर्ष के आयु वर्ग के युवा उधारकर्ताओं द्वारा संचालित होता है। लगभग 28 फीसदी 36-45 वर्ष के आयु वर्ग के लोग भी होम लोन लेकर जीवन में घर खरीदने का सपना पूरा करते हैं।

आयकर लाभ का विस्तार करने पर हो विचार: संतोष अग्रवाल

अल्फा कॉर्प के सीएफओ एवं कार्यकारी निदेशक संतोष अग्रवाल का कहना है कि हम ऐसे केंद्रीय बजट की प्रतीक्षा कर रहे हैं, जो भारत के आर्थिक विकास में रियल एस्टेट क्षेत्र की भूमिका को और मजबूत करने व साथ ही बाजार को निवेशकों और ग्राहकों के लिए अधिक आकर्षक बनाने पर केंद्रित हो। होम लोन के कम इंटरेस्ट रेट के साथ-साथ ग्राहक-अनुकूल योजनाओं और पहलों ने 2021 में इस क्षेत्र के विस्तार को स्पष्ट रूप से लाभ प्रदान किया है।

सड़क परिवहन कनेक्टिविटी में सुधार की उम्मीद: मोहित जैन

क्रियुमी कॉर्पोरेशन के प्रबंध निदेशक मोहित जैन आने वाले बजट से उम्मीद करते हैं कि बुनियादी ढांचा विकास क्षेत्र की इनपुट-लागत में जीएसटी ब्रैकेट में महत्वपूर्ण बदलाव देखने को मिलेंगे। जैसा कि सरकार कच्चे माल के उत्पादन को प्रोत्साहित करने और रियल एस्टेट विकास पहल को प्रोत्साहित करने के लिए देख रही है, हम उम्मीद करते हैं कि बुनियादी ढांचा पुनर्विकास परियोजनाओं को भी तेजी से ट्रैक किया जाएगा।

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कोरोना की तीसरी लहर के बीच अच्छे की उम्मीद: विवेक सिंघल

स्मार्ट वर्ल्ड डेवेलपर के सीईओ विवेक सिंघल का कहना है कि गंभीर स्वास्थ्य संबंधी बुनियादी ढांचे की चुनौतियों के बावजूद सरकार वैश्विक दृष्टिकोण के अनुरूप सक्रिय उपायों के साथ महामारी से निपटने के लिए तैयार है। उन्हें विश्वास है कि कोरोना महामारी की चल रही तीसरी लहर के बीच केंद्रीय बजट 2022 भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए आगे के रास्ते को परिभाषित करने में महत्वपूर्ण होगा।

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