Friday, December 27, 2024
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RBI Repo Rate: कम नहीं होगी आपकी EMI, लगातार 11वीं बार रेपो रेट में नहीं हुआ कोई बदलाव

RBI Repo Rate: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने लगातार 11वीं बार नीतिगत दर में कोई बदलाव नहीं किया है। RBI ने रेपो रेट को 6.50 प्रतिशत पर बरकरार रखा है। आपके लोन महंगे नहीं होंगे और आपकी EMI भी नहीं बढ़ेगी। रिजर्व बैंक ने आखिरी बार फरवरी 2023 में रेपो दर 0.25 प्रतिशत बढ़ाकर 6.5 प्रतिशत की थी।

RBI Repo Rate: गवर्नर शक्तिकांत दास ने की समीक्षा बैठक

RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने शुक्रवार को तीन दिवसीय मौद्रिक नीति समिति (MPC) की द्विमासिक समीक्षा बैठक के बाद फैसले की जानकारी दी कि नीतिगत रेपो रेट को 4:2 के बहुमत से 6.50 प्रतिशत पर अपरिवर्तित रखा गया है। दास ने कहा कि स्थायी जमा सुविधा एसडीएफ दर 6.25 प्रतिशत और सीमांत स्थायी सुविधा एमएसएफ दर 6.75 प्रतिशत पर बनी हुई है।

RBI Repo Rate: GDP ग्रोथ का कम किया गया अनुमान

शक्तिकांत दास ने कहा कि RBI ने चालू वित्त वर्ष 2024-25 के लिए सकल घरेलू उत्पाद (GDP) वृद्धि दर का अनुमान घटाकर 6.6 प्रतिशत कर दिया है, जबकि पहले इसका अनुमान 7.2 प्रतिशत लगाया गया था। आरबीआई ने वित्त वर्ष 2024-25 के लिए खुदरा मुद्रास्फीति का अनुमान 4.5 फीसदी से बढ़ाकर 4.8 फीसदी कर दिया है।

आरबीआई गवर्नर ने कहा कि एमपीसी ने सर्वसम्मति से इस तटस्थ नीतिगत रुख को बनाए रखने पर सहमति जताई है, जो मौजूदा आर्थिक परिस्थितियों के प्रति सतर्क रुख का संकेत देता है। आरबीआई की छह सदस्यीय एमपीसी में तीन केंद्रीय बैंक गवर्नर शक्तिकांत दास, डिप्टी गवर्नर माइकल पात्रा और कार्यकारी निदेशक राजीव रंजन शामिल हैं।

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वहीं, केंद्र सरकार ने एक अक्टूबर को मौद्रिक नीति समिति में राम सिंह, सौगत भट्टाचार्य और नागेश कुमार समेत तीन नए बाहरी सदस्यों की नियुक्ति की है। दरअसल रिजर्व बैंक ने फरवरी 2023 से रेपो रेट को 6.50 फीसदी पर अपरिवर्तित रखा है।

RBI Repo Rate: रेपो रेट क्या है ?

बता दें कि रेपो वह ब्याज दर है जिस पर वाणिज्यिक बैंक अपनी तात्कालिक ज़रूरतों को पूरा करने के लिए केंद्रीय बैंक से पैसे उधार लेते हैं। RBI इस दर का इस्तेमाल मुद्रास्फीति को नियंत्रित करने के लिए करता है। रेपो रेट अपरिवर्तित रहने का मतलब है कि घर और वाहन सहित विभिन्न ऋणों पर मासिक किस्त (EMI) में बदलाव की संभावना कम है।

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