नई दिल्ली: धनतेरस पर भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने ब्रिटेन से 102 टन सोना वापस भारत में शिफ्ट किया है। सितंबर के अंत में RBI के पास कुल 855 टन सोने का भंडार था, जिसमें से 510.5 टन सोना देश में रखा हुआ है। विदेशी मुद्रा भंडार के प्रबंधन पर रिजर्व बैंक की हालिया रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ है।
2022 से लगातार भारत आ रहा सोना
बैंक नियामक ने एक बयान में कहा है कि RBI ने चालू वित्त वर्ष 2024-25 की पहली छमाही यानी मार्च-सितंबर 2024 के बीच बैंक ऑफ इंग्लैंड और बैंक फॉर इंटरनेशनल सेटलमेंट्स (BIS) में रखा 102 टन सोना वापस भारत में लाया है। RBI के पास अब अपने कुल 854.73 टन सोने के भंडार का 60 फीसदी (510.5 टन सोना) घरेलू स्तर पर है। RBI सितंबर 2022 से अब तक 214 टन सोना देश में ला चुका है। इससे पहले बैंक नियामक ने 31 मई को 100 टन सोना भारत में वापस लाया था। एक रिपोर्ट में कहा गया है कि ब्रिटेन से 100 टन सोना भारत लाया गया है।
आर्थिक स्थिति कमजोर होने पर रखा गया था गिरवी
दरअसल, 1990 के दशक की शुरुआत में भारत की आर्थिक स्थिति कमजोर हो गई थी, जिसके कारण उसे सोना गिरवी रखना पड़ा था। यह पहली बार था जब इतनी बड़ी मात्रा में सोना भारत वापस आया। पिछली बार की तरह आरबीआई और सरकार ने देश में सोना लाने के लिए विशेष विमान और सुरक्षा व्यवस्था के साथ एक गुप्त मिशन चलाया। गौरतलब है कि आरबीआई भारत में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी सोना रखता है। दुनिया के सभी देशों के केंद्रीय बैंक अलग-अलग जगहों पर सोना सुरक्षित रखना चाहते हैं, ताकि जोखिम को कम किया जा सके। अगर आपदा या राजनीतिक अस्थिरता के कारण देश में आर्थिक स्थिति खराब होती है, तो उससे उबरने में विदेशों में रखा सोना ही काम आता है। प्राकृतिक आपदाएं भी सोने के भंडार को नुकसान पहुंचा सकती हैं। ऐसे में अलग-अलग जगहों पर सोना रखने से यह जोखिम कम हो जाता है।
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कई केंद्रीय बैंकों के लिए सोने का भंडार है ब्रिटेन
ब्रिटेन का बैंक ऑफ इंग्लैंड पारंपरिक रूप से दुनिया के कई केंद्रीय बैंकों के लिए सोने का भंडार रहा है। भारत की आजादी से पहले भी कुछ मात्रा में सोना लंदन में जमा है, क्योंकि आजादी से पहले ब्रिटेन भारत का सोना बैंक ऑफ इंग्लैंड में रखता था। इसलिए आजादी के बाद भी भारत ने कुछ सोना लंदन में रखा है। आरबीआई की रिपोर्ट के मुताबिक अभी 324 टन सोना बैंक ऑफ इंग्लैंड और बैंक फॉर इंटरनेशनल सेटलमेंट्स की सेफ कस्टडी में रखा है। दरअसल कई देश भी अपना सोना बैंक ऑफ इंग्लैंड में रखते हैं। यह न्यूयॉर्क फेडरल रिजर्व के बाद दूसरा सबसे बड़ा गोल्ड कस्टोडियन है। ब्रिटेन का बुलियन वेयरहाउस 1697 में बना था। इसमें करीब 4 लाख गोल्ड बार हैं। सितंबर में इन तिजोरियों में करीब 5,350 टन सोना था।
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