नई दिल्लीः भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने देश के बैंकों से अडानी समूह में उनके संपर्कों के बारे में जानकारी मांगी है। RBI ने घरेलू बैंकों से अडानी समूह को अपने निवेश और कर्ज की जानकारी देने को कहा है। अडानी ग्रुप के शेयरों में चल रहे उतार-चढ़ाव के बाद रिजर्व बैंक ने यह कदम उठाया है।
बैंकिंग क्षेत्र के सूत्रों ने गुरुवार को बताया कि RBI ने घरेलू बैंकों से अडाणी समूह में उनके निवेश और कर्ज के बारे में जानकारी मांगी है। हालांकि, देर रात अडानी एंटरप्राइजेज ने पूरी तरह से सब्सक्राइब होने के बावजूद अपने 20,000 करोड़ रुपये के फॉलो-ऑन पब्लिक ऑफरिंग (एफपीओ) को वापस लेने और निवेशकों के पैसे वापस करने की घोषणा की। गौतम अडानी ने एक बयान में कहा कि बाजार में जारी अस्थिरता को देखते हुए समूह के निदेशक मंडल ने एफपीओ को वापस लेने का फैसला किया है।
उल्लेखनीय है कि अमेरिकी शोध कंपनी हिंडनबर्ग की रिपोर्ट सार्वजनिक होने के बाद से अडाणी समूह की कंपनियों के शेयरों में 90 अरब डॉलर से अधिक की गिरावट आई है। इसके बाद समूह ने अडाणी इंटरप्राइजेज के 20,000 करोड़ रुपये के एफपीओ को वापस लेने का फैसला किया है। कंपनी का शेयर बीएसई पर 19।24 फीसदी की गिरावट के साथ 1,724.50 रुपये पर और एनएसई पर 18.93 फीसदी की गिरावट के साथ 1,731.15 रुपये पर कारोबार कर रहा है।
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