बदायूं: किसान नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait ) रविवार को बदायूं के सहसवान में भारतीय किसान यूनियन की कार्यकर्ता बैठक में पहुंचे। यहां भाकियू कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया। इस दौरान किसान नेता ने प्रेस वार्ता को संबोधित किया और उत्तर प्रदेश के संभल की घटना और डीएपी खाद के मुद्दे पर प्रतिक्रिया दी। संभल में जामा मस्जिद के सर्वे को लेकर हुए बवाल को लेकर पत्रकारों ने राकेश टिकैत से सवाल किया। जिसके जवाब में उन्होंने कहा कि टीम को शांतिपूर्ण तरीके से सर्वे करने दिया जाना चाहिए। हमारा कहना है कि सर्वे करो, जहां का है वहीं दो।
टिकैत ने डीएपी खाद को लेकर सरकार पर कस तंज
डीएपी खाद की समस्या जिले में ही नहीं बल्कि पूरे प्रदेश में देखने को मिल रही है, हर साल जब गेहूं की बुवाई का समय आता है तो किसानों को डीएपी की समस्या से जूझना पड़ता है। इसके लिए किसान यूनियन क्या कदम उठाएगी। इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि डीएपी सरकार, अधिकारियों और व्यापारियों के पेट में है। व्यापारी की दुकान पर डीएपी मिलेगी। जो भी कालाबाजारी करता पकड़ा जाए, उसे पकड़ो।
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26 तारीख को हर जिला मुख्यालय करेंगे प्रदर्शन
डीएपी की इस बीमारी से भी बचकर रहना चाहिए। आज से 40 साल पहले डीएपी क्या थी। हमारे पूर्वज बिना डीएपी के खेती करते थे। आने वाले समय में समस्या और बढ़ेगी। हमें धीरे-धीरे अपनी जैविक खेती की ओर बढ़ना होगा। यही एकमात्र उपाय है। एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि हम 26 तारीख को हर जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन करेंगे। भूमि अधिग्रहण, किसानों की जमीन की नीलामी, डीएपी, फसलों के दाम, एमएसपी कानून से जुड़े सवाल होंगे।
इसके अलावा उन्होंने कहा कि सरकार को जनसंख्या नियंत्रण कानून लाना चाहिए। यह साल 2014 में आ जाना चाहिए था। लेकिन वे इसे नहीं लाएंगे। आने वाले 2050 तक जनसंख्या विस्फोट हो जाएगा। पर्यावरण संबंधी समस्याएं बढ़ेंगी, वाहनों की संख्या बढ़ेगी और प्रदूषण बढ़ेगा। सबसे पहले जनसंख्या नियंत्रण कानून लाना चाहिए। यह देश हम सबका है, पेड़ लगाना और जनसंख्या को नियंत्रित करना सबकी जिम्मेदारी है। उन्होंने भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि इस देश को मजदूरों का देश बनाना है। भारत सरकार इसी पर अभियान चला रही है।