राकेश सचान ने कहा- माटी कला के उत्पादन को प्रोत्साहन दे रही है सरकार

37

Rakesh Sachan encouraging-production-clay-art

लखनऊः उत्तर प्रदेश सरकार लगातार माटी कला उत्पादों को बढ़ावा दे रही है। इस उद्योग से जुड़े लोगों के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही हैं। सरकार के प्रयासों से इन उत्पादों की बिक्री बढ़ रही है, लोगों को रोजगार मिल रहा है और उनकी आय भी बढ़ रही है। ये बातें उत्तर प्रदेश के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम, खादी एवं ग्रामोद्योग मंत्री राकेश सचान (Rakesh Sachan) ने माटी कला मेला 2023 के उद्घाटन अवसर पर कहीं।

माटी से बनी वस्तुओं को बढ़ावा दे रही सरकार

राकेश सचान ने बताया कि प्रदेश में मिट्टी का उपयोग कर घरेलू उपयोगी एवं कलात्मक वस्तुएं जैसे मूर्तियां, खिलौने, बर्तन आदि बनाने की प्रथा सदियों से प्रचलित है। आज भी उत्तर प्रदेश में पर्याप्त संख्या में माटी कला के कारीगर इस पारंपरिक उद्योग में लगे हुए हैं। उत्तर प्रदेश माटी कला बोर्ड नवाचार के माध्यम से पारंपरिक उद्योगों को संरक्षित करते हुए माटी कला के तहत बनी वस्तुओं को बढ़ावा देने और अधिक से अधिक कारीगरों को रोजगार उपलब्ध कराने का कार्य कर रहा है।

माटी कला मेले का होगा आयोजन

इस अवसर पर उत्कृष्ट शिल्पकारों द्वारा निर्मित माटी कला उत्पादों की भव्य प्रदर्शनी के साथ-साथ माटी कला उद्योग के कार्यात्मक प्रदर्शन का भी अवलोकन किया। उत्तर प्रदेश माटी कला बोर्ड, लखनऊ द्वारा दीपावली के शुभ अवसर पर 02 नवम्बर से 11 नवम्बर 2023 तक 10 दिवसीय माटी कला मेले का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें प्रदेश के विभिन्न जनपदों से आये शिल्पकार एवं कारीगर 50 स्टाल लगाकर अपनी उत्कृष्ट कृतियों का प्रदर्शन करेंगे। मिट्टी से बनी कलाकृतियाँ प्रदर्शित की जा रहीं हैं।

खादी एवं ग्रामोद्योग मंत्री राकेश सचान ने बताया कि 47630 माटी कला कारीगर परिवारों को चिन्हित कर 10592 विद्युत चालित चाक वितरित किये गये हैं। वर्ष 2023-24 में 3000 विद्युत चालित चाक वितरित करने का लक्ष्य है। इसके अलावा, राज्य में कुल 30634 मिट्टी कला कारीगरों/परिवारों को लक्ष्मी गणेश की मूर्ति बनाने के लिए 603 जोड़ी डाई, 31 पेंटिंग मशीनें, 81 दीपक बनाने की मशीनें और मिट्टी खोदने के लिए पट्टे वितरित किए गए हैं।

सरकार लगातार कर रही प्रयास

राकेश सचान ने कहा कि मुख्यमंत्री माटी कला रोजगार योजना के तहत पिछले 4 वर्षों में 644 लाभार्थियों को बैंकों के माध्यम से ऋण स्वीकृत किया गया है और इकाइयों की स्थापना की गई है। चालू वर्ष में 300 इकाइयां स्थापित करने का लक्ष्य है। अब तक प्रदेश में पीलीभीत, रामपुर, कन्नीज, अमरोहा और बाराबंकी समेत कुल 5 सामान्य सुविधा केंद्र स्थापित किये जा चुके हैं, जिसके तहत माटीकला के छोटे सामुदायिक केंद्रों को सुविधाएं उपलब्ध कराने की दिशा में सरकार लगातार प्रयास कर रही है।

इस अवसर पर खादी एवं ग्रामोद्योग मंत्री ने जनपद लखनऊ के 05 माटी कारीगरों को निःशुल्क विद्युत चालित चाक वितरित किये। इस अवसर पर मार्टीकला बोर्ड के महाप्रबंधक अरुण प्रकाश ने कहा कि मेले में विभिन्न जिलों के पारंपरिक कारीगरों द्वारा बनाये गये विभिन्न उत्पादों का भव्य प्रदर्शन एवं बिक्री की जा रही है। प्रदर्शनी में करीब 50 स्टॉल लगाये गये हैं। जिन्हें कारीगरों को निःशुल्क आवंटित किया गया है। इस प्रदर्शनी में माटी कला से संबंधित सभी प्रकार के उत्पाद उपलब्ध हैं।

यह भी पढ़ेंः-ग्रेटर नोएडा: जल्द बनेगी फिल्म सिटी, पहले चरण में 230 एकड़ में होगा काम

इस अवसर पर उत्तर प्रदेश माटी कला बोर्ड के सदस्य हरेन्द्र प्रजापति, डॉ. भगवानदास दक्ष प्रजापति, अजीत प्रजापति, सतीश कुमार प्रजापति, निदेशक रेशम सुनील कुमार वर्मा, माटी कला बोर्ड के महाप्रबंधक अरुण प्रकाश सहित विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे। भी मौजूद थे।

(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)