राजधानी पुलिस ने कसी कमर, सीसीटीवी रखेंगे अपराधियों पर नजर

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लखनऊः लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट अपराधियों पर शिकंजा कसने की तैयारी में है। अब अपराध करके शहर से भागना आसान नहीं होगा। राजधानी में अपराध करके बच निकलने वालों पर निगरानी रखने के लिए सीसीटीवी का जाल बिछाया जाएगा, जिसका मुख्य मॉनिटरिंग रूम संयुक्त पुलिस कमिश्नर (एल एंड ओ) के कार्यालय में खोले जाने की तैयारी है। इसके अलावा शहर के अलग-अलग हिस्सों में सीसीटीवी कैमरों की मॉनिटरिंग के लिए सम्बंधित थानों में मिनी मॉनिटरिंग कंट्रोल रूम भी बनाया जाएगा। मिनी मॉनिटरिंग कंट्रोल रूम को मुख्य मॉनिटरिंग कंट्रोल रूम से जोड़कर रखा जाएगा।

इतना ही नहीं पुलिस अपराधियों पर नकेल कसने व अपराध की रोकथाम के लिए कम्यूनिटी पुलिसिंग का भी सहारा ले रही है। इसके लिए लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट हर चौराहे की निगरानी के लिए खाकी का सहारा तो लेगी ही, साथ ही चौराहों पर लगे सीसीटीवी कैमरों की भी अपराधियों पर पैनी नजर रहेगी।

पुलिस राजधानी ने “हर घर कैमरा” के तहत शहर के मुख्य गलियों, चौराहों और नुक्कड़ पर स्थित घरों में सीसीटीवी कैमरे लगवाने का अभियान चला रखा है। इसी अभियान के तहत मुख्य चौराहों व सड़कों पर स्थित दुकानों पर सीसीटीवी कैमरे लगवाए जाएंगे। शहर के चौराहों पर लगने वाले सीसीटीवी कैमरों की निगरानी के लिए अलग-अलग स्थानों पर कंट्रोल रूम बनाए जाएंगे। इन सभी कंट्रोल रूम का मुख्यालय डालीगंज स्थित संयुक्त पुलिस कमिश्नर (एल एंड ओ) के कार्यालय में मुख्य मॉनिटरिंग कंट्रोल रूम के रूप में खोलने की कवायद की जा रही है। प्रत्येक थानों में मिनी कंट्रोल रूम खोलने की तैयारी है, जो सम्बधित थानों के क्षेत्र में लगे सीसीटीवी कैमरों की मॉनिटरिंग करेंगे।

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जेसीपी कानून व्यवस्था उपेन्द्र अग्रवाल ने बताया कि राजधानी पुलिस के सूचना तंत्र को मजबूत करने के लिए चौराहों और नुक्कड़ों पर सीसीटीवी कैमरे लगावाने के प्रयास किए जा रहे हैं। इसमें आईआईए और अन्य वाणिज्यिक संगठनों की मदद ली जा रही है। हर घर कैमरा और अन्य अभियान के तहत शहर के मुख्य स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगवाने का काम चल रहा है। इन कैमरों की मॉनिटरिंग के लिए मुख्य कंट्रोल रूम के साथ हर थाने में मिनी मॉनिटरिंग कंट्रोल रूम खोलने की कवायद भी चल रही है।

देखभाल की भी होगी व्यवस्था

अक्सर देखा जाता है कि एक बार चौराहों पर कैमरा लग जाने के बाद उसकी देखरेख न होने से वह कुछ दिनों में ही खराब हो जाता है। वर्तमान में न जाने कितने कैमरे सिर्फ दिखावे के लिए चौराहों पर लटक रहे हैं। इस बार चौराहों पर लगने वाले सीसीटीवी कैमरों की देखभाल भी करीने से करने की व्यवस्था की जा रही है। इसके लिए कैमरे लगवाने वाले संगठनों की एक समिति बनाकर उन्हें ही रखरखाव की जिम्मेदारी भी दी जाएगी। इसके लिए कैमरों की कम्पनियों के प्रतिनिधियों से भी बातचीत चल रही है।

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