Rajasthan, जयपुर: शिक्षा एवं पंचायती राज मंत्री मदन दिलावर जयपुर जिले की बस्सी पंचायत समिति क्षेत्र में औचक निरीक्षण करने पहुंचे। निरीक्षण के दौरान मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रतिभा वर्मा, खंड विकास अधिकारी समीक्षा वर्मा सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे। शिक्षा एवं पंचायत मंत्री ने पांच ग्राम पंचायतों का निरीक्षण किया, जिसमें राम रतनपुरा, हीरावाला कानोता, मानगढ़ खोखावाला और बैनाड़ा शामिल हैं।
Rajasthan: विकास अधिकारी को फटकार
सबसे ज्यादा गंदगी और कचरे के ढेर कानोता ग्राम पंचायत में मिले। कानोता नैला मुख्य मार्ग पर होंडा शोरूम के पास कचरे के ढेर को देखकर मंत्री दिलावर ने ग्राम विकास अधिकारी प्रभु नारायण से पूछा कि सफाई कब से नहीं हुई। इस पर ग्राम विकास अधिकारी ने बताया कि दो-तीन दिन पहले ही सफाई हुई है। दिलावर ने विकास अधिकारी को फटकार लगाई। मौके पर मौजूद स्थानीय लोगों ने बताया कि एक साल से ज्यादा हो गया है। यहां कोई सफाई करने नहीं आता। मंत्री ने खंड विकास अधिकारी से पूछा कि प्रतिदिन सफाई का टेंडर हुआ है या नहीं। बीडीओ ने बताया कि टेंडर डेढ़ माह पहले हो चुका है।
Rajasthan: मंत्री ने पूछा कैसे मिला ठेगा
मंत्री ने पूछा- फिर गांव में प्रतिदिन सफाई क्यों नहीं हो रही? कचरे के ढेर क्यों लगे हैं? कचरा संग्रहण व सफाई के लिए बीएसआर दर तय होने के बावजूद प्रतिदिन कचरा क्यों नहीं उठाया जा रहा। इसके बाद मंत्री दिलावर किसान सेवा केंद्र के पास हरिजन मोहल्ले में पहुंचे। जहां बड़ा नाला कचरे के कारण पूरी तरह जाम था और सड़क पर कचरे के ढेर लगे थे। बदबू के कारण खड़ा होना मुश्किल था। मंत्री दिलावर ने सफाई ठेकेदार को मौके पर बुलाया। मंत्री ने ठेकेदार रमेश मीना से पूछा कि आप कितने दिन में सफाई करते हो। ठेकेदार ने बताया कि प्रतिदिन सफाई हो रही है। मंत्री ने पूछा कि आपके पास कितनी पंचायतों का ठेका है तो रमेश मीना ने जवाब दिया कि उसके पास 23 पंचायतों का सफाई ठेका है। इस पर पंचायती राज मंत्री मदन दिलावर नाराज हो गए और जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी से पूछा कि जब एक ठेकेदार को अधिकतम दो पंचायतों का ठेका देने का नियम है तो फिर उसे 23 पंचायतों का ठेका कैसे मिला। मंत्री ने उसके सभी ठेके तत्काल निरस्त करने और उसे ब्लैक लिस्ट करने के निर्देश दिए।
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उसकी सुरक्षा राशि जब्त करने और उसके सभी भुगतान रोकने तथा सरपंच, ग्राम सेवक और सहायक अभियंता की विस्तृत जांच करने और तीनों से पूरी राशि वसूलने के निर्देश दिए। इससे पहले पंचायती राज एवं शिक्षा मंत्री ने राम रतनपुरा हीरा वाला मानगढ़ खोखा वाला और बेनाड़ा ग्राम पंचायत का भी निरीक्षण किया। सभी जगह सफाई व्यवस्था चौपट मिली और ग्रामीणों ने शिकायत की कि न तो प्रतिदिन झाड़ू लगती है और न ही सफाई होती है। इस पर मंत्री दिलावर ने सभी जगह सफाई ठेकेदारों का भुगतान रोकने के निर्देश दिए। मंत्री ने कहा कि विभाग प्रत्येक पंचायत को कम से कम 12 लाख रुपए प्रति वर्ष देता है, फिर भी गांव के लोग गंदगी में रहने को मजबूर हैं। मंत्री ने पांचों पंचायतों के सफाई ठेकेदारों का भुगतान रोकने तथा सरपंच, ग्राम सेवक व सहायक अभियंता की जांच कर राशि वसूलने के निर्देश दिए।
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