Featured राजस्थान

सरकारी अस्पताल में मां के साथ सो रहे एक माह के मासूम को उठा ले गए आवारा कुत्ते, नोंचकर खाया

stray-Dogs सिरोहीः राजस्थान में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। यहां सिरोही जिले के सरकारी अस्पताल में अपनी मां के पास सो रहे एक महीने के मासूम बच्चे को आवारा कुत्ते उठा ले गए। कुत्तों ने मासूम का पेट और एक हाथ नोंचकर खा गए, जिससे उसकी मौत हो गई। इतना ही नहीं कुत्ते बच्चे का एक हाथ तो उसकी मां के सामने ही नोंचकर ले गए। जिसने भी इस दर्दनाक घटना के बारे सुना वो सन्न रह गगया। वहीं इस दर्दनाक घटना के भाजपा नेता अस्पताल पहुंचे और अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए धरने पर बैठ गए। बता दें कि सिरोही के पिंडवाड़ा में रहने वाले महेंद्र मीणा (40) को सिलिकोसिस बीमारी है। महेंद्र का टीबी अस्पताल में इलाज चल रहा है। सोमवार रात उसके बेड के पास नीचे फर्श पर उसकी पत्नी रेखा एक बेटी और दो बेटों को लेकर सो रही थी। वार्ड में घूम रहे आवारा कुत्ते उसके एक महीने के बेटे विकास को उठाकर ले गए। रात करीब 1:30 बजे रेखा की नींद खुली तो बच्चा गायब था। फौरन बच्चे को ढूंढना शुरू किया। बच्चे की तलाश शुरू की गई तो वार्ड के बाहर पानी की टंकी के पास कुछ कुत्ते उसे नोंचते दिखे। महिला दौड़कर वहां गई तब तक एक कुत्ता बच्चे का हाथ मुंह में दबाकर भाग गया। कुत्तों ने उसे नोंच-नोंचकर मार डाला था। जहां कुत्ते बच्चे को नोंच रहे थे, वहां जब तक उसकी मां पहुंची, तब तक बच्चे की मौत हो चुकी थी। ये भी पढ़ें..ब्लैक साड़ी में Malaika Arora की हाॅटनेस को देख बढ़ी फैंस के दिलों की धड़कनें कार्यवाहक प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ. वीरेंद्र महात्मा ने बताया कि घटना की पूरी जांच कराई जाएगी कि किन कारणों के चलते ऐसा हुआ है। मौके पर पहुंची पुलिस ने मेडिकल बोर्ड से पोस्टमॉर्टम कराया, फिर मंगलवार को अंतिम संस्कार कराया। जिला प्रशासन की तरफ से गठित मेडिकल बोर्ड के प्रभारी डॉ. शक्ति सिंह ने बताया कि बच्चे का सिर, एक हाथ और दो पैर बचे थे। उसका पेट और एक हाथ नहीं था। घटना की जानकारी मिलने पर स्थानीय भाजपा नेता अस्पताल पहुंचे और अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए धरने पर बैठ गए। वे परिवार को मुआवजा और दोषियों पर कार्रवाई की मांग कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अस्पताल प्रशासन पूरी तरह से फेल है। अस्पताल में कुत्तों के झुंड के झुंड घूम रहे हैं, यहां कोई भी सुविधा नहीं है। मुख्यमंत्री और यहां के स्थानीय विधायक कहते हैं कि हमने अस्पतालों को बदल दिया है। एक बच्चे को कुत्ते मार डालते हैं तो व्यवस्था कहां है? भाजपाइयों ने अस्पताल और जिला प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। सिरोही विधायक संयम लोढ़ा ने राजस्थान विधानसभा में इस मुद्दे को उठाया है। उन्होंने घटना के लिए जिम्मेदार अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है। पीड़ित मां को सरकारी नौकरी और 10 लाख रुपए मुआवजा देने की मांग की है। विधायक ने इस घटना को मानवता को शर्मसार करने वाली घटना करार दिया है। प्रमुख चिकित्सा अधिकारी अश्वनी मौर्य ने बताया कि रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक सभी दरवाजे बंद रहते हैं। वार्ड के भी दरवाजे बंद कर दिए जाते हैं। ऐसे में वार्ड के बाहर निकलने और वार्ड में वापस आने वालों की गलती है। उन्होंने दरवाजा खुला छोड़ दिया। वार्ड में भर्ती मरीज के परिजन अगर वार्ड के अंदर से दरवाजा बंद रखते तो यह घटना नहीं होती। (अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)