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Rajasthan: सियासी उठापटक के बीच सोनिया गांधी ने की बड़ी बैठक, अध्यक्ष पद की रेस से गहलोत होंगे बाहर !

नई दिल्लीः राजस्थान संकट के बीच मंगलवार को कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति (सीईसी) की बैठक बुलाई। इस बैठक में हिमाचल प्रदेश में 46 सीटों पर चर्चा हुई और सभी पर आम सहमति बन गई है। सूत्रों के मुताबिक, जल्द ही पहली सूची कांग्रेस पार्टी की ओर से जारी होगी। हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों के नामों को अंतिम रूप देने को लेकर चर्चा लगभग हो चुकी है। बैठक में अंबिका सोनी, आनंद शर्मा, वीरप्पा मोइली और केसी वेणुगोपाल शामिल हुए।

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गहलोत को अध्यक्ष पद से किया जा सकता है बाहर

सूत्रों की माने तो इस बैठक में कांग्रेस दो मोर्चो पर समाधान निकालने की कोशिश में है, पहला- राजस्थान के मुद्दे को सुलझाने और दूसरा पार्टी के लिए अध्यक्ष पद के उम्मीदवार को शॉर्टलिस्ट करने के लिए। इस बीच कांग्रेस सूत्रों ने कहा कि पार्टी अध्यक्ष पद के उम्मीदवार के रूप में अशोक गहलोत के बजाय अब कुमारी शैलजा के नाम पर विचार किया जा सकता है, जबकि राहुल गांधी की पहली पसंद के.सी. वेणुगोपाल बताए जा रहे हैं। हालांकि अभी कोई अंतिम फैसला नहीं हुआ है।

वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व एमपी सीएम कमलनाथ, जिन्होंने सोमवार को सोनिया गांधी से मुलाकात की थी, ने पार्टी अध्यक्ष के रूप में कार्यभार संभालने से मना कर दिया और मध्य प्रदेश में पार्टी के लिए काम करना जारी रखने की इच्छा जताई। राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा, "मैं मध्य प्रदेश में ही रहना चाहता हूं।"

प्लान-बी पर विचार कर रही कांग्रेस

उधर राजस्थान में बढ़ते 'ड्रामे' को देखते हुए कांग्रेस नेतृत्व पार्टी के शीर्ष पद के लिए अब प्लान-बी पर विचार कर रही है। पहले राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को दावेदार के रूप में देखा जा रहा था। कमलनाथ के मना करने के बाद पार्टी के पास मुकुल वासनिक और मल्लिकार्जुन खड़गे भी विकल्प हैं, लेकिन समय अब कम है। चुनाव प्रक्रिया शुरू हो चुकी है और 30 सितम्बर नामांकन का अंतिम दिन है। गहलोत के उत्तराधिकारी का फैसला करने के लिए जयपुर में कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाई गई थी, जिसमें पार्टी को विरोध का सामना करना पड़ा था, क्योंकि गहलोत समर्थक विधायकों को सचिन पायलट को मुख्यमंत्री बनाया जाना पसंद नहीं है।

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