Khunti: झमाझम बारिश ने किसानों के चेहरों पर लौटाई मुस्कान, रोपाई शुरू

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खूंटी : देर से ही सही, लेकिन मंगलवार व बुधवार को हुई झमाझम बारिश ने किसानों के चेहरे पर खुशी लौटा दी है। आषाढ़ और सावन के एक महीने में भी पर्याप्त बारिश नहीं होने से किसानों के चेहरे मुरझाने लगे थे, लेकिन पिछले दो दिनों में खूंटी जिले में तीन दिनों से हो रही झमाझम बारिश ने किसानों के चेहरे खिला दिये हैं।

किसान खेतों की जुताई और धान रोपने में लगे हुए हैं. किसानों का कहना है कि यह बारिश उनके लिए संजीवनी से कम नहीं है। मानसूनी बारिश के कारण खूंटी जिले में धान, मडुवा, गोदा के अलावा सब्जियों की खेती का काम बढ़ गया है। मौसम विज्ञान केंद्र खूंटी के मौसम कृषि वैज्ञानिक डॉ. राजन चौधरी के अनुसार पिछले दो दिनों में खूंटी जिले में 97 मिमी बारिश हुई है।

मंगलवार को 32 मिमी और बुधवार को 65 मिमी बारिश हुई। उन्होंने अगले कुछ दिनों में अच्छी बारिश की संभावना जताई है. आत्मा के उप परियोजना निदेशक अमरेश कुमार के अनुसार खूंटी जिले में 65 हजार हेक्टेयर भूमि में धान रोपने का लक्ष्य है। उन्होंने बताया कि 15400 हेक्टेयर क्षेत्रफल में संकर धान तथा 29600 हेक्टेयर क्षेत्रफल में छिड़काव विधि से धान लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। उपनिदेशक ने किसानों को वैज्ञानिक तरीके से खेती करने की सलाह दी है, ताकि उन्हें अधिक उपज मिल सके।

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उन्नत तकनीक अपनाकर उपज बढ़ा सकते हैं किसान

मौसम कृषि वैज्ञानिक डॉ. राजन चौधरी ने कहा कि किसान बीज तो लगाते हैं, लेकिन हम यह नहीं चुन पाते कि उन्हें कैसे लगाएं और किस प्रकार के खेत में कौन सा बीज उपयुक्त रहेगा, जो फसल उत्पादन में कमी का एक बड़ा कारण है। उन्होंने कहा कि किसानों को तकनीक के माध्यम से खेती करनी चाहिए और अपने आसपास के किसानों को जागरूक करना चाहिए, क्योंकि बिना उन्नत तकनीक और वैज्ञानिक पद्धति अपनाए किसान अपनी आय नहीं बढ़ा पा रहे हैं।

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