नई दिल्लीः नए कृषि कानूनों के खिलाफ पिछले 61 दिनों से जारी किसान आंदोलन को लेकर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी केंद्र की नरेन्द्र मोदी सरकार पर लगातार हमलावर हैं। अपने तीन दिवसीय तमिलनाडु दौरे के अंतिम दिन यानी सोमवार को करूर में राहुल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कृषि कानूनों के जरिए कृषि को बर्बाद करने पर आमादा हैं। उनकी कोशिश खेती को बड़े उद्योगपतियों के हाथों में सौंपने की है।
तमिलनाडु के करूर जिले में जनता को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि मोदी सरकार द्वारा लाए तीन नये कृषि कानून भारतीय कृषि को बर्बाद कर देंगे। यहां पूरी साजिश खेती-किसानी को दो-तीन बड़े उद्योगपतियों के हाथों सौंपने को लेकर हो रही है।
राहुल यहीं नहीं रुके उन्होंने यह भी कहा कि तीन नये कानूनों में एक तो साफ-साफ कहता है कि किसान अपनी रक्षा करने के लिए कोर्ट तक नहीं जा सकते हैं। उन्होंने पूछा कि आखिर वर्षों तक आजाद रहे किसानों को गुलाम बनाने के पीछे सरकार की मंशा क्या है?
कांग्रेस सांसद ने गरीब मजदूरों और किसानों की मदद के लिए अपनी पार्टी की ओर से हर संभव मदद किए जाने का भरोसा दिया है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर सत्ता में आते ही कांग्रेस ‘न्याय’ जैसी अवधारणा को लागू करेगी। जिसके जरिए यह सुनिश्चित किया जाएगा कि देश सेवा करने वाले गरीबों का जो हम पर बकाया है उसे लौटाया जा सके।
सरकार की नीतियों पर हमला बोलते हुए राहुल गांधी ने कहा कि देश की सत्ता में भाजपा के काबिज होने के बाद के छह सालों पर नजर डालें तो स्पष्ट है कि प्रधानमंत्री जी ने क्या किया। तो हम एक कमजोर भारत, एक विभाजित भारत, एक ऐसा भारत देखते हैं जहां भाजपा-आरएसएस की विचारधारा पूरे देश में नफरत फैलाती रहती है। हमारी सबसे बड़ी ताकत, हमारी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था को ध्वस्त कर दिया था। हमारे युवा अब नौकरी पाने में सक्षम नहीं हैं और यह उनकी गलती नहीं है। यह हमारे प्रधानमंत्री द्वारा की गई कार्रवाई का दोष है।
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इससे पहले, करूर में स्थित कामराज प्रतिमा के पास बड़े पैमाने पर मौजूद लोगों ने राहुल गांधी का स्वागत किया। यहां राहुल गांधी कांग्रेस के तीन बार राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे के. कामराज को विनम्र श्रद्धांजलि देने पहुंचे थे।