Rahul Gandhi Lok Sabha Speech: नई दिल्लीः राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान लोकसभा में दिए गए कांग्रेस नेता राहुल गांधी के भाषण जमकर हंगामा हुआ। हालांकि बाद राहुल के भाषण के कुछ विवादास्पद अंश हटा दिए गए हैं। हटाए गए हिस्से में हिंदुओं और कुछ अन्य धर्मों पर उनकी टिप्पणियां शामिल थीं। अब इसको लेकर राहुल गांधी ने हैरानी जताते हुए लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को खत लिखा है।
Rahul Gandhi लोकसभा अध्यक्ष को लिखा पत्र
राहुल गांधी ने लोकसभा अध्यक्ष से अनुरोध किया कि उनके भाषण के हटाए गए अंशों को पुनः बहाल किया जाए। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर ने अपने भाषण में कई बेतुकी बातें कहीं और उनमें से केवल एक शब्द को कार्यवाही से हटाया गया। भाषण से विवादित अंश हटाए जाने पर राहुल गांधी नेअपनी प्रतिक्रियाएं देते हुए कहा- मोदी जी की दुनिया में सच्चाई को मिटाया जा सकता है। लेकिन, हकीकत में सच्चाई को मिटाया नहीं जा सकता। जो मैंने कहा और जो मुझे कहना था, मैंने कह दिया, वह सच्चाई है, अब उन्हें जो मिटाना है मिटाएं।
भषण से विवादित अंश हटाए जाने पर भड़के Rahul Gandhi
राहुल गांधी ने लिखा, “मैं यह पत्र 1 जुलाई 2024 को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान मेरे भाषण से हटाई गई टिप्पणियों और अंशों के संदर्भ में लिख रहा हूं। जिस तरह से निष्कासन की आड़ में मेरे भाषण का एक बड़ा हिस्सा कार्यवाही से हटा दिया गया है, उसे देखकर मैं हैरान हूं, मेरी सोची-समझी टिप्पणियों को रिकॉर्ड से हटाना संसदीय लोकतंत्र के सिद्धांतों के खिलाफ है।”
केंद्र सरकार पर निशाना साधते राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने खत में आगे हुए लिखा, “मैं अनुराग ठाकुर के भाषण की ओर भी ध्यान आकर्षित कराना चाहता हूं, जिनका भाषण आरोपों से भरा था, हालांकि, आश्चर्यजनक रूप से केवल एक शब्द हटाया गया। आपके प्रति उचित सम्मान के साथ, यह चयनात्मक निष्कासन तर्क को धता बताता है। मैं अनुरोध करता हूं कि कार्यवाही से हटाई गई टिप्पणियों को बहाल किया जाए।”
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राहुल ने अपने भाषण में कही थी ये बात
गौरतलब है कि राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान लोकसभा में दिए गए कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi ) के भाषण के कुछ विवादास्पद अंशों को हटा दिया गया। हटाए गए अंश में हिंदुओं और कुछ दूसरे धर्मों पर उनकी टिप्पणियां शामिल हैं।
लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने अपने भाषण से हटाई गई टिप्पणियों और अंशों को लेकर अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिखा। अनुरोध किया है कि टिप्पणियों को बहाल किया जाए।
पत्र में लिखा कि "यह देखकर स्तब्ध हूं कि जिस तरह से मेरे भाषण के काफी हिस्से को निष्कासन की… pic.twitter.com/6Hir4xirxo
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 2, 2024
दरअसल लोकसभा में विपक्ष के नेता (एलओपी) के रूप में राहुल गांधी का सोमवार को पहला भाषण था। इस दौरान सदन में भारी हंगामा हुआ। अपने भाषण की शुरुआत करते हुए कांग्रेस सांसद ने संविधान की एक प्रति और भगवान शिव की तस्वीर लहराई और सत्तारूढ़ भाजपा और आरएसएस पर निशाना साधा।
भाजपा ने किया राहुल के भाषण का कड़ा विरोध
दूसरी तरफ राहुल गांधी द्वारा हिंदुओं का उल्लेख करने पर भाजपा सांसदों ने कड़ा विरोध किया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस दौरान हस्तक्षेप किया। कांग्रेस सांसद को टोकते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था, “पूरे हिंदू समुदाय को हिंसक कहना बहुत गंभीर मामला है।” गृह मंत्री अमित शाह ने राहुल गांधी से भाजपा को हिंसा से जोड़ने के लिए माफी मांगने की मांग की थी।
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