पंजाब कांग्रेस के नए अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने संभाला कार्यभार, सिद्धू ने बनाई समारोह से दूरी

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चंडीगढ़ः पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के नवनियुक्त प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने शुक्रवार को कार्यभार संभाल लिया है। राजा वड़िंग ने राज्य के नेताओं व कार्यकर्ताओं को थ्रीडी के फार्मूले पर चलने की अपील की है। पूर्व प्रधान नवजोत सिद्धू के कांग्रेस भवन में होने के बाद भी कार्यक्रम में शामिल न हाेने को लेकर तमाम अटकलें लग रही हैं। शुक्रवार को चंडीगढ़ स्थित पंजाब कांग्रेस मुख्यालय पर आयोजित कार्यक्रम में नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा, विधानसभा में उप नेता राजकुमार चब्बेवाल समेत तमाम वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में पहले भारत भूषण आशु ने कार्यकारी अध्यक्ष तथा बाद में अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने अध्यक्ष का कार्यभार संभाला।

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इस मौके पर पंजाबभर से आए पार्टी के जिला अध्यक्षों को संबोधित करते हुए भारत भूषण आशु ने कहा कि आज पार्टी लीडरशिप के सामने बड़ी चुनौती है। पार्टी में किसी व्यक्ति विशेष के कार्यक्रम लागू नहीं किए जाएंगे न ही किसी एक व्यक्ति की ब्रांडिंग होगी। पार्टी के जो कार्यक्रम होंगे, उसे ब्लाक व जिला स्तर पर लागू किया जाएगा। इस मौके पर अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने तमाम नेताओं व कार्यकर्ताओं को कांग्रेस के थ्री डी यानी डिसिप्लिन, डैडिकेशन व डायलॉग का फार्मूला देते हुए कहा कि अनुशासनहीनता को किसी भी सूरत में बर्दाशत नहीं किया जाएगा। अगर कोई नेता यह सोचता है कि वह पार्टी प्लेटफार्म से अलग चलकर खुद का कार्यक्रम लागू करेगा तो वह उसे यह बात छोड़ देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी एक सोच या विचारधारा है, जो कभी खत्म नहीं होती।

राजा वड़िंग की ताजपोशी के कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी, सांसद मनीष तिवारी, पूर्व प्रधान शमशेर दूलों, राजकुमार वेरका, पूर्व उप मुख्यमंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा, तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा समेत कई नेता पहुंचे। पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू तथा उनके समर्थकों के आने पर अंतिम समय तक सस्पेंस बना रहा। सिद्धू ने कार्यक्रम शुरू होने से कुछ मिनट पहले अपने समर्थकों के साथ फोटो ट्वीट करके कहा कि वह कार्यक्रम में शामिल होने जा रहे हैं। सिद्धू कांग्रेस भवन तो पहुंचे लेकिन न तो पंडाल में गए और न ही मुख्य मंच पर नजर आए। सिद्धू कांग्रेस भवन में अलग बैठे रहे और जब अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग कार्यभार संभालने लगे तब भी वह वहां नहीं थे। सिद्धू के इस रवैये के बाद पार्टी की खींचतान एक बार फिर से उजागर हो गई है।

उल्लेखनीय है कि पंजाब विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को 117 में से केवल 18 सीटों पर ही जीत मिली थी। राज्य में हार के बाद कांग्रेस हाईकमान ने नवजोत सिद्धू से इस्तीफा ले लिया था। जिनके स्थान पर राजा वड़िंग को अध्यक्ष तथा पूर्व मंत्री भारत भूषण आशु को कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। राजा वड़िंग ने कार्यभार संभालने से पहले पंजाब के 43 विधानसभा हलकों का दौरा करके वरिष्ठ नेताओं के साथ मुलाकात की।

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